शाहजहांपुर: जिले में एक युवक ने मानवता का परिचय देते हुए कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला को खून देकर उसकी जान बचाई. 1 सितंबर को प्रसव पीड़ा होने पर महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां महिला ने बेटे को जन्म दिया. इस दौरान खून की कमी के कारण महिला की तबीयत बिगड़ने लगी. इस पर मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में तैनात डाटा ऑपरेटर ने कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला को खून देकर उसकी जान बचाई.
मुख्य बातें-
- कोरोना पॉजिटिव एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया.
- महिला की तबीयत बिगड़ने पर खून की जरूरत हुई.
- अस्पताल के ब्लड बैंक के डाटा ऑपरेटर ने खून देकर बचायी महिला की जान.
पं. राम प्रसाद बिस्मिल राजकीय चिकित्सा विद्यालय के कोविड अस्पताल में 1 सितंबर को एक गर्भवती महिला को भर्ती कराया गया. महिला सदर थाना क्षेत्र के मतानी मोहल्ला की रहने वाली थी. जांच में महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई. इस दौरान महिला ने एक बेटे को जन्म दिया, जिसके बाद खून की कमी के चलते महिला की तबीयत बिगड़ने लगी.
भर्ती मरीज को AB निगेटिव ब्लड की आवश्यकता थी. मेडिकल कॉलेज ने परिजनों से ब्लड बैंक में खून देने को कहा लेकिन महिला के परिजनों ने खून देने से साफ इनकार कर दिया. इसके बाद ब्लड बैंक के डाटा ऑपरेटर संदीप यादव ने मानवता का परिचय देते हुए रक्तदान किया.
इस मौके पर गर्भवती महिला, मेडिकल कॉलेज के स्टाफ और मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर अभय सिन्हा ने संदीप के इस पुनीत कार्य की प्रशंसा की. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने लोगों से रक्तदान करने की अपील की, जिससे जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सके.