भदोही: विधायक नगर के मलिकाना मोहल्ले में स्थित सपा के कैंप कार्यालय में सपा विधायक जाहिद बेग ने कहा, कि औद्योगिक कालीन नगरी भदोही के साथ योगी सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है. यूपी सरकार के बजट में कालीन नगरी को कुछ भी नहीं दिया गया. इसके चलते यहां के निर्यातकों के साथ ही साथ कालीन बुनकरों में रोष व्याप्त है.
उन्होंने कहा कि भारत से विदेशों में भेजे जाने वाले कुल कालीनों में से लगभग 9000 करोड़ रुपये का उत्पादन भदोही-मिर्जापुर कालीन परिक्षेत्र(Bhadohi-Mirzapur carpet zone) से होता है. जबकि 7000 करोड़ रुपये का निर्यात केवल भदोही से होता है. यह उद्योग पूर्वी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा उद्योग है. जो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 25 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रहा है. श्रीबेग ने कहा, कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल द्वारा वहां के कालीन उद्यमियों को कालीन निर्यात पर 10 फीसदी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. यूपी सरकार द्वारा यहां के निर्यातकों को कोई प्रोत्साहन राशि नहीं दी जा रही है. शायद उनको लगता है कि इस उद्योग में सिर्फ एक ही धर्म के लोग लगे हुए हैं. जबकि इस उद्योग में सभी जाति व धर्म के लोग काम कर रहे हैं.
विधायक ने कहा कि कालीन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पूर्व में मेरे कार्यकाल में कार्पेट एक्सपो मार्ट का निर्माण कराया गया. उसका एक पार्ट का निर्माण होना बाकी है. गजिया का ओवरब्रिज विलंब से तैयार हुआ. इसके कारण विदेशी आयातक भदोही में नहीं आए. अब सर्विस लेन के निर्माण में देरी की जा रही है. राजकीय इंटर कॉलेज अधूरा पड़ा हुआ है, अभोली व सुरियावां में अस्पताल की बिल्डिंग नहीं बनी है.
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उन्होंने आगे कहा, कि पिछले 5 साल में भदोही के विकास पर कोई काम नहीं किया गया. जबकि योगी सरकार विकास के नाम पर झूठा ढिंढोरा पीट रही है. सदलूवीर आदि गांवों में किसानों का सैकड़ों बीघा खेत जलमग्न है. उसके समाधान की दिशा में कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं. श्री बेग ने कहा कि वाराणसी का साड़ी व्यापार चौपट हो गया है. पूर्व की सरकार के समय साड़ी बुनकरों को बिजली दर में छूट दी जाती थी. उसे योगी सरकार ने बंद कर दिया. वाराणसी में हो रहे सड़कों के विकास का श्रेय प्रधानमंत्री ले रहे हैं.
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