भदोही: कभी नकल के लिए बदनाम रहे यूपी बोर्ड की छवि अब धीरे-धीरे बदल रही है. अब हालात बदल गए हैं. व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के पंजीकरण में सख्ती के कारण फर्जीवाड़े पर रोक लगी है. प्रशासन इस बार नकल माफियाओं से सख्ती से निपटने के मूड में है. भदोही के जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक चौरसिया ने बताया कि जिले में इस बार कुल 92 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां कुल 53 हजार 275 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे.
भदोही में माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा 2021 को नकल विहीन और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में विभाग पूरी तैयारी से जुटा हुआ है. कोरोना के प्रोटोकॉल के तहत केंद्रों पर सैनिटाइजर की व्यवस्था रहेगी और इसी को ध्यान में रखकर पिछले वर्ष 83 परीक्षा केंद्रों की जगह 10 फीसदी केंद्र बढ़ा दिए गए हैं, जिससे परीक्षार्थी नियत दूरी में रहकर परीक्षा दे सके, जबकि इस वर्ष पिछले वर्ष के सापेक्ष 1,180 परीक्षार्थी कम हो गए हैं. इस वर्ष हाईस्कूल में 15,020 बालक और 13,343 बालिका और इंटर की परीक्षा में 13,190 बालक और 11,721 बालिका शामिल होंगी. केंद्र निर्धारण करते समय माध्यमिक शिक्षा परिषद ने माननीयों विद्यालयों को केंद्र नहीं बनाया था. इसको लेकर आपत्ति मांगी गई थी.
जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक चौरसिया ने कहा कि "जो अध्यापक जिस विषय का जानकार होता है उस अध्यापक के कार्ड पर दूसरा विषय लिखा होता है. जैसे उस विषय के परीक्षा के दिन वह तथाकथित अध्यापक परीक्षा केंद्र पर रहकर नकल के खेल को अंजाम दे सके. साथ में विभाग की लापरवाही और मिलीभगत तब देखने को मिलती है कि विभाग के कुछ जयचंद शिक्षा माफियाओं से मिले है और उनको विभाग की हर जानकारी शेयर करते रहते हैं."
इस बार 'डबल लाॅक' की सुरक्षा पर चर्चा है, लेकिन यह नियम अभी टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. कुल मिलाकर यदि विभाग के लोग सच में ठान ले कि नकल किसी भी कीमत पर नहीं होगी तो नकल माफियाओं की हिम्मत नहीं है कि नकल करा सकें, लेकिन विभाग की मिलीभगत और लापरवाही से ही नकल माफिया अपने कारनामों में सफल हो जाते हैं और विभाग अपनी पीठ थपथपाने पर जुटा रहता है"