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संत रविदास नगर: मासूम का अपहरण कर भाग रहे आरोपी ने मारी खुद को गोली, मौत

एडीए के कांट्रेक्टर के बेटे को उसीके पुराने ड्राइवर ने अगवा कर लिया. बच्चे को अगवा कर आरोपी ने परिवारवालों से 3 करोड़ रुपये की मांग की.

जानकारी देते बच्चे के परिजन
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Published : May 22, 2019, 6:49 AM IST

संत रविदास नगर : एडीए के कांट्रेक्टर अखिलेश सिंह के बेटे रणबीर सिंह को उनके पुराने ड्राइवर संजय यादव ने स्कूल से गिरफ्तार कर लिया. ड्राइवर ने बच्चे को बीएचएस स्कूल के जिमनास्टिक हाल से बर्थडे के लिए गिफ्ट दिलाने का लालच देकर अगवा कर लिया.

मासूम का अपहरण कर भाग रहे आरोपी ने मारी खुद को गोली
  • अपहरण की जानकारी के बाद सिविल लाइन पुलिस में मामला दर्ज कराया गया.
  • पुलिस ने आरोपी के फोन को ट्रेस कर उसका पीछा किया.
  • आरोपी ने अपहरण के बाद फिरौती में 3 करोड़ रुपये की मांग की थी. आरोपी संजय यादव झांसी का रहने वाला था.
  • स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने गाड़ी का पीछा किया तो ड्राइवर ने पुलिस को पिस्टल दिखाया.

एसपी नागेंद्र कुमार सिंह का कहना था कि पुलिस ने आरोपी पर गोली इसलिए नहीं चलाया क्योंकि उसके पास बच्चा था, गाड़ी के टायर में गोली मारने पर टायर फट गया और कार धीमी हो गई. मौका देख पुलिस ने आरोपी के पैर पर फायर झोंक दिया. गोली आरोपी के पैर में लगी जिससे वह घायल हो गया. घायल अपहरणकर्ता को पुलिस ने भदोही जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसने दम तोड़ दिया. पूरे घटनाक्रम के बाद बच्चे को सकुशल उसके परिजनों को सौंप दिया गया.

संत रविदास नगर : एडीए के कांट्रेक्टर अखिलेश सिंह के बेटे रणबीर सिंह को उनके पुराने ड्राइवर संजय यादव ने स्कूल से गिरफ्तार कर लिया. ड्राइवर ने बच्चे को बीएचएस स्कूल के जिमनास्टिक हाल से बर्थडे के लिए गिफ्ट दिलाने का लालच देकर अगवा कर लिया.

मासूम का अपहरण कर भाग रहे आरोपी ने मारी खुद को गोली
  • अपहरण की जानकारी के बाद सिविल लाइन पुलिस में मामला दर्ज कराया गया.
  • पुलिस ने आरोपी के फोन को ट्रेस कर उसका पीछा किया.
  • आरोपी ने अपहरण के बाद फिरौती में 3 करोड़ रुपये की मांग की थी. आरोपी संजय यादव झांसी का रहने वाला था.
  • स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने गाड़ी का पीछा किया तो ड्राइवर ने पुलिस को पिस्टल दिखाया.

एसपी नागेंद्र कुमार सिंह का कहना था कि पुलिस ने आरोपी पर गोली इसलिए नहीं चलाया क्योंकि उसके पास बच्चा था, गाड़ी के टायर में गोली मारने पर टायर फट गया और कार धीमी हो गई. मौका देख पुलिस ने आरोपी के पैर पर फायर झोंक दिया. गोली आरोपी के पैर में लगी जिससे वह घायल हो गया. घायल अपहरणकर्ता को पुलिस ने भदोही जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसने दम तोड़ दिया. पूरे घटनाक्रम के बाद बच्चे को सकुशल उसके परिजनों को सौंप दिया गया.

Intro:इलाहाबाद के अल्लापुर में रहने वाले एडीए के कांट्रेक्टर अखिलेश सिंह के बेटे रणबीर सिंह को उनके ही पुराने ड्राइवर संजय यादव ने उनके बेटे को बीएचएस स्कूल के जिमनास्टिक हाल से बर्थडे के लिए गिफ्ट दिलाने का लालच देकर अगवा कर लिया इसकी रिपोर्ट उन्होंने सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई जब आरोपी ने उनको फोन करके 3 करोड रुपए की फिरौती की पेशकश की आरोपी संजय यादव झांसी का रहने वाला था वह रणवीर सिंह का पिछले कुछ सालों से ड्राइवर था बाद में कुछ अनबन की वजह से उसने पिछले 3 महीने से उनके यहां काम करना छोड़ दिया था


Body:अपहरण की जानकारी जब रणबीर के पिता अखिलेश सिंह को चली तब उन्होंने सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज कराया पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने जब पड़ताल की तो वही बीएच एस जिमनास्टिक के कोच ने बताया कि लाल रंग की अल्टो में एक व्यक्ति आया था और उनके बच्चे को लेकर गया उन उसने गाड़ी का नंबर भी पुलिस को बताया इसके बाद पुलिस गाड़ी की तलाश में जुट गई और आरोपी का फोन ट्रेस करके आरोपी का पीछा करने लगी जब इलाहाबाद की पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम के साथ भदोही पुलिस ने घेराबंदी की तो अपहरणकर्ता ने पुलिस को देख शीशे पर लगे स्क्रीन गार्ड को हटाकर उन्हें अपनी बंदूक दिखाएं और बच्चे से इशारा करने को कहा गंगा पार एसपी नरेंद्र कुमार का कहना है कि जब पुलिस ने उसके टायर पर गोली मारी इसके बाद लगभग वह 15 किलोमीटर गाड़ी भगाता रहा


Conclusion:एसपी नागेंद्र कुमार सिंह का कहना था कि पुलिस में आरोपी पर गोली इसलिए नहीं चलाया क्योंकि बच्चा उसके पास था लेकिन जब गाड़ी का टायर फट गया और गाड़ी अपने आप स्लो होने लगी तव्वा भागने की कोशिश किया इस दौरान पुलिस ने फायरिंग की और उसके पैर में चोट लग गई पुलिस को अपने पास आता दे अपहरणकर्ता ने खुद को गोली मार ली इसके बाद जब उसे भदोही के जिला अस्पताल में लाया गया तो वहां उसने दम तोड़ दिया बच्चे को सकुशल उसके फूफा अभिषेक सिंह को सौंप दिया गया यह घटना सुरियावा थाने के गोकुल पट्टी में घटित हुई बताया जा रहा है कि संजय यादव जो कि अखिलेश सिंह का पुराना ड्राइवर था वह बच्चे को प्रतिदिन जिम्नास्ट की कोचिंग में छोड़ने आता था लेकिन कुछ महीने पहले किसी बात को लेकर उसकी मालिक से अनबन हुई और वह नौकरी छोड़ दिया
visual LU smart पर है
byte sp ganga paar nagendra kumaar singh
byte massom ke uncle abhishek singh
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