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भदोही: सावन महीना टोल प्लाजा मालिकों के लिए बना मुसीबत

उत्तर प्रदेश के भदोही में बनारस को प्रयागराज से जोड़ने वाले NH2 को कांवड़ यात्रा के चलते वन लेन कर दिया गया है. वन लेन होने की वजह से हाईवे पर स्थित टोल प्लाजा मालिकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.

भदोही टोल प्लाजा
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Published : Aug 6, 2019, 11:44 AM IST

भदोहीः सावन महीने में टोल प्लाजा पर पूरे दिन पसरा सन्नाटा मालिकों के लिए मुसीबत बन गया है. इसकी वजह से टोलकर्मी और उनके मालिक दोनों परेशान हैं. दरअसल बात यह है कि सावन महीने में बनारस को प्रयागराज से जोड़ने वाले NH2 को कांवड़ यात्रा के चलते वन लेन कर दिया गया है. आवागमन ठप होने के कारण टोल मालिकों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है.

टोल प्लाजा मालिकों के लिए मुसीबत बना सावन महीना.
टोल प्लाजा मालिकों के लिए मुसीबत बना सावन महीना
  • सावन महीने में बनारस को प्रयागराज से जोड़ने वाले NH2 को 30 दिनों के लिए वन लेन कर दिया गया है.
  • NH2 पर पड़ने वाले टोल प्लाजा मालिकों के लिए सावन महीना मुसीबत बन गया है.
  • कांवड़ यात्रा के चलते NH2 को डायवर्ट कर दिया गया है.
  • रूट डायवर्ट होने की वजह से मालिकों को लाखों रुपये का नुकसान प्रतिदिन हो रहा है.
  • टोल से गुजरने वाली गाड़ियां दूसरे रास्ते से जा रही हैं.
  • जय सिंह एंड कंपनी कोइस टोल प्लाजा को मार्च 2019 में जिम्मेदारी दी गई थी.
  • प्रतिदिन प्राधिकरण की तरफ से 20 लाख रुपये टोल प्लाजा टैरिफ निर्धारित किया गया है.
  • गाड़ियों का आवागमन न होने से कैसे टैरिफ चुकाएंगे इस बात को लेकर संचालक काफी परेशान हैं.

रूट में परिवर्तन की वजह से कर्मियों का खर्च और मूलभूत चीजों के लिए पैसे जुटाने में मुश्किले हो रही है. ऐसे में प्रतिदिन 20 लाख का लक्ष्य पूरा करना नामुमकिन है. प्राधिकरण इस बात की तरफ ध्यान दे और सावन के महीने में टैरिफ पर छूट देने की कृपा करें.
-दिलीप पांडेय, टोल मैनेजर

भदोहीः सावन महीने में टोल प्लाजा पर पूरे दिन पसरा सन्नाटा मालिकों के लिए मुसीबत बन गया है. इसकी वजह से टोलकर्मी और उनके मालिक दोनों परेशान हैं. दरअसल बात यह है कि सावन महीने में बनारस को प्रयागराज से जोड़ने वाले NH2 को कांवड़ यात्रा के चलते वन लेन कर दिया गया है. आवागमन ठप होने के कारण टोल मालिकों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है.

टोल प्लाजा मालिकों के लिए मुसीबत बना सावन महीना.
टोल प्लाजा मालिकों के लिए मुसीबत बना सावन महीना
  • सावन महीने में बनारस को प्रयागराज से जोड़ने वाले NH2 को 30 दिनों के लिए वन लेन कर दिया गया है.
  • NH2 पर पड़ने वाले टोल प्लाजा मालिकों के लिए सावन महीना मुसीबत बन गया है.
  • कांवड़ यात्रा के चलते NH2 को डायवर्ट कर दिया गया है.
  • रूट डायवर्ट होने की वजह से मालिकों को लाखों रुपये का नुकसान प्रतिदिन हो रहा है.
  • टोल से गुजरने वाली गाड़ियां दूसरे रास्ते से जा रही हैं.
  • जय सिंह एंड कंपनी कोइस टोल प्लाजा को मार्च 2019 में जिम्मेदारी दी गई थी.
  • प्रतिदिन प्राधिकरण की तरफ से 20 लाख रुपये टोल प्लाजा टैरिफ निर्धारित किया गया है.
  • गाड़ियों का आवागमन न होने से कैसे टैरिफ चुकाएंगे इस बात को लेकर संचालक काफी परेशान हैं.

रूट में परिवर्तन की वजह से कर्मियों का खर्च और मूलभूत चीजों के लिए पैसे जुटाने में मुश्किले हो रही है. ऐसे में प्रतिदिन 20 लाख का लक्ष्य पूरा करना नामुमकिन है. प्राधिकरण इस बात की तरफ ध्यान दे और सावन के महीने में टैरिफ पर छूट देने की कृपा करें.
-दिलीप पांडेय, टोल मैनेजर

Intro:सावन माह टोल प्लाजा मालिकों के लिए मुसीबत बन गया है टोल प्लाजा पर पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहता है जिसकी वजह से टोल कर्मी और उनके मालिक दोनों परेशान है दरअसल बात यह है कि सावन महीने मैं 30 दिन के लिए नेशनल हाईवे 2 को वन लेन हाईवे बना दिया गया है नेशनल हाईवे टू बनारस को प्रयागराज से जोड़ता है जिस पर सावन के महीने में ए एक लेन को कांवरियों के लिए छोड़ दिया जाता है जिसकी वजह से नेशनल हाईवे टू पर आवागमन ठप होने के कारण टोल मालिकों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है


Body:टोल पर सन्नाटा छाए रहने की वजह से टोल कर्मी और मालिक दोनों ईश्वर पर चिंता की लकीरें बनने लगी है क्योंकि रूट डायवर्ट करने की वजह से उन्हें लाखों रुपए का प्रतिदिन नुकसान हो रहा है कांवरियों के लिए नेशनल हाईवे टू को डाइवर्ट कर दिया गया है जिसकी वजह से टोल से गुजरने वाली गाड़ियां अब दूसरे रास्ते से जा रही हैं यह प्लाजा अक्सर सुर्खियों में रहता है जय सिंह एंड कंपनी कोइस टोल प्लाजा की जिम्मेदारी मार्च 2019 में दी गई है प्रतिदिन प्राधिकरण की तरफ से 20 लाख रुपए टोल प्लाजा के लिए टेरिफ निर्धारित किया गया है ऐसे में सावन महीने मैं टोल प्लाजा के कर्मी तथा उसके संरक्षक भी परेशान है जब गाड़ियों का आवागमन नहीं हो पा रहा है फिर वह कैसे प्रतिदिन टैरिफ चुकाएंगे इस बात को लेकर संचालक काफी परेशान है


Conclusion:टोल के असिस्टेंट मैनेजर दिलीप पांडे का कहना है कि लगभग 80% गाड़ियां दूसरे रूट से जाने की वजह से कर्मियों का खर्च और मूलभूत चीजों के लिए पैसे जुटाने मुश्किल पड़ रहे हैं वैसे में प्राधिकरण द्वारा प्रतिदिन 20 लाख का लक्ष्य पूरा करना नामुमकिन है उन्होंने प्राधिकरण से यह गुहार लगाई है कि प्राधिकरण इस बात की तरफ ध्यान दें और सावन के महीने में टैरिफ पर छूट देने की कृपा करें जबकि एनएचआई और प्राधिकरण का कहना है कि सारे पहलुओं को समझने के बाद ही टोल प्लाजा की जिम्मेदारी दी जाती है ऐसी स्थिति में प्राधिकरण की तरफ से कोई मदद मिलना मुश्किल है

दिलीप पांडेय , टोल मैनेजर बाइट
बाइट टोल कर्मी की
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