भदोही: कोरोना वायरस को लेकर इस समय प्रशासन सख्त रवैया अपना रहा है. कोरोना वायरस से जुड़े मामलों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर उच्चाधिकारी काफी गंभीर है. डीएम ने कलेक्ट्रेट परिसर में कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर एक बैठक बुलाई थी, जिसमें महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल के सीएमएस नहीं पहुंचे. इससे नाराज डीएम ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
डीएम ने दिए एफआईआर दर्ज करने के निर्देश
दरअसल, कलेक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग समेत कई विभागों की मीटिंग थी, जिसमें सभी डॉक्टरों का रहना मुख्य रूप से अनिवार्य था. यह बात पहले से ही सभी डाक्टरों को बता दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद भी महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) जय नरेश उस मीटिंग से गायब रहे. इससे नाराज होकर डीएम ने सीएमएस के खिलाफ ज्ञानपुर थाना में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. इस बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को कई दिशा-निर्देश दिए हैं.
अस्पतालों के डॉक्टरों को किया गया निर्देशित
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग सहित जिलापूर्ति अधिकारी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर के साथ बैठक की गई थी. इस बैठक में निर्देशित किया गया है कि प्राइवेट अस्पतालों के संचालक अपने यहां एक ऐसी व्यवस्था पहले से ही बना के रखें कि इमरजेंसी में उनके अस्पतालों का प्रयोग किया जा सके.
प्राइवेट अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने यहां आइसोलेशन वार्ड बना लें और डॉक्टरों की टीम भी रखें. इसके साथ ही डीएम ने नगर पालिका और नगर पंचायतों को निर्देशित किया है कि सभी इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जाए.
इसे भी पढ़ें- रामलला के अस्थाई गर्भगृह का भूमि पूजन हुआ पूरा, अब बुलेटप्रूफ मंदिर में विराजेंगे श्रीराम
इस मौके पर जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि राशन कार्ड धारकों को समय से राशन उपलब्ध कराया जाए. राशन की जमाखोरी न हो, इसके लिए भी ठोस कदम उठाया जाए.
इस मौके पर जिलाधिकारी ने सभी अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भदोही जिले को लॉकडाउन कर दिया गया है, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो चुका है. पुलिस को भी निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी हो, जिले में प्रवेश करने से उसे रोका जाए. बिना जांच के किसी व्यक्ति की जिले में प्रवेश न करने दिया जाए.