भदोही: कोरोना वायरस के चलते प्रदेश भर में लॉकडाउन जारी है. इस दौरान औराई विधानसभा में पौराणिक धारावाहिकों का दौर चल पड़ा है. जनपद के प्रत्येक घरों में पूरा परिवार एक साथ बैठकर सुबह-शाम रामायण और महाभारत देख रहा है. इससे बच्चों में भी यह जिज्ञासा रहती है कि अगले एपिसोड में क्या देखने को मिलेगा.
बच्चों पर पौराणिक कथा-कहानियों का असर इस बात से पता चलता है कि परिजनों के कुछ भी कहने पर वह उनकी बातों को गौर से सुनते ही नहीं बल्कि उसका पालन भी करते हैं. और तो और महाभारत में भगवान कृष्ण के रूप को देख बच्चे खुद भी वैसी ही पोशाक, वेशभूषा धारण करने की जिद कर रहे हैं. वहीं, माता-पिता भी शौक से अपने बच्चों को भगवान राम और कृष्ण के जैसे कपड़े पहना रहे हैं.
कृष्ण का माखन खाना मोहता है मन
जिले के रहने वाले आशीर्वाद ने बताया कि रामायण दोबारा शुरू हो रहा है, यह बात जानकर उनके पिता बेहद खुश हुए. जब वह 14 वर्ष के थे, तब पहली बार रामायण का प्रसारण शुरू हुआ था. उस समय सड़कों पर बिल्कुल सन्नाटा छा जाता था, सभी लोग अपने-अपने घरों में टीवी के आगे बैठ जाते थे. रामायण फिर से प्रसारित हो रही है, जिससे मेरी उत्सुकता और बढ़ गई है. आशीर्वाद ने आगे कहा कि वो रामायण के साथ-साथ महाभारत भी देख रहे हैं.
हर एपिसोड के साथ बढ़ती जा रही रुचि
वहीं, जिले की रहने वाली एक छात्रा ने बताया कि मुझे तो ये छुट्टियां बहुत रास आ रही हैं. हर काम के लिए पर्याप्त समय है, स्कूल और कोचिंग के लिए कोई जल्दबाजी नहीं रहती. परिजनों के साथ बैठकर रामायण और महाभारत देखती हूं, हर एपिसोड के साथ रुचि बढ़ती जा रही है. साथ ही रोज दोपहर में ड्राइंग बनाती हूं, अब तक कई पेंटिंग तैयार कर ली हैं. मेरे साथ मम्मी भी अपना सिलाई-कढ़ाई का काम करती रहती हैं. लॉकडाउन में कई अच्छी चीजें सीखने को मिल रही हैं.