संतकबीरनगर: सरकार बाल मजदूरी को रोकने के लिए कई कानून बना चुकी है, लेकिन फिर भी ऐसे कई मामले हमारे सामने आते हैं जो बालश्रम कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हैं. जिले में डीसीएफ धान क्रय केंद्र की संस्था है. जहां बच्चें केंद्र पर बोरियां उठा रहे हैं. यह संस्था बालिग से नहीं बल्कि नाबालिग बच्चों से पल्लेदारी कराती है. ऐसे नाबालिग पल्लोदार जिन्हें अपनी मजदूरी के बारे में पता ही नहीं होता है.
धान क्रय केंद्र पर बच्चे उठा रहे बोरियां
- मामला जिले के सेमरियावां ब्लाक में आने वाले लहुरादेवा गांव का है.
- जहां जिले के डीसीएफ धान क्रय केंद्र पर बच्चे बोरियां उठा रहे हैं.
- इस संस्था को धान खरीदने वाली पीसीएख के द्वारा संचालित किया जाता है.
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डीसीएफ धान क्रय केंद्र की ये संस्था बालिग से नहीं बल्कि नाबालिगों से पल्लोदारी कराती है. ऐसे नाबालिग पल्लेदार जिन्हें अपनी मजदूरी के बारे में भी पता नहीं होता है. जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रम विभाग से जांच कराने की बात कही है. जांच में अनियमितता पाई गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी.