भदोही: अगले सप्ताह से रमजान की शुरुआत होने जा रही है. मुस्लिम समुदाय के लिए रमजान बहुत ही पाक और इबादत का पर्व होता है लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण ने सभी देश के विभिन्न पर्व-त्योहारों पर ग्रहण सा लगा दिया है. ऐसे में रमजान में रोजेदारों को सहरी-इफ्तार के लिए आवश्यक खाद्य और अन्य सामग्री प्रशासन द्वारा घरों पर ही मुहैया कराई जाएगी.
घर पर ही मिल सकेगा सहरी-इफ्तार का सामान
शुक्रवार को भहोही में डीएम राजेंद्र प्रसाद और एसपी रामधन सिंह ने मुस्लिम समुदाय के धर्म गुरुओं के साथ बैठक की. इस दौरान डीएम ने रमजान को लेकर सभी को आश्वस्त करते हुए कहा कि इस समय पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है, ऐसे में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन बेहद जरूरी है. 25 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान में किसी भी रोजेदार को किसी भी आवश्यक वस्तु की परेशानी नहीं होने दी जाएगी. रोजेदारों के लिए जरुरी सामान जैसै- ब्रेड, मक्खन, खजूर, चीज, शरबत आदि सामग्रीयों को सभी के घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी पुलिस की और जिला प्रशासन की होगी.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखें ध्यान
डीएम और एसपी ने आज और कल दोनों दिन भदोही, ज्ञानपुर और औराई में मुस्लिम धर्मगुरु और संभ्रांत लोगों के साथ मीटिंग की. डीएम ने कहा कि देश को 3 मई तक लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान कोई भी व्यक्ति नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद न जाए और साथ में रमजान तोड़ने की कोशिश भी न करें. बैठक में अधिकारियों ने सभी धर्म गुरुओं से अपील करते हुए कहा कि आप लोगों की जिम्मेदारी है कि किस तरीके से आप लोगों कोई इकट्ठा होने से बचा सकते हैं. उन्होंने कहा कि रमजान मनाने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंस का अनुपालन किया जाना बेहद जरुरी है.