भदोही: लॉकडाउन से उड़ीसा में फंसे भदोही के चकभुईधर गांव का एक किशोर 12 दिनों में ऊंट से चलकर अपने घर पहुंचा. उसके घर पहुंचने पर जहां परिवार के लोग खुश हैं, वहीं लोग उसके हिम्मत की दाद भी दे रहे हैं. सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसकी जांच की और 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहने की हिदायत भी दी.
अंकित दुबे 15 वर्ष पुत्र दिनेश दुबे उड़ीसा के महाबलेश्वर में रहता है और वहां पर टूरिस्टों को ऊंट से सैर कराता है. कोरोना को लेकर किए गए लॉकडाउन में वह फंस गया था. तमाम कोशिशों के बाद भी अंकित अपने घर नहीं पहुंच पा रहा था. अंत में घर पहुंचने के लिए उसने उसी ऊंट का सहारा लिया, जिससे वो टूरिस्ट को सैर कराता था.
उड़ीसा से बंगाल, झारखंड होते हुए सोमवार को वह अपने घर पहुंचा. हालांकि इस दौरान उसे काफी परेशानियां भी झेलनी पड़ी. अंकित के अनुसार झारखंड के नक्सली एरिया में कुछ लोगों ने उसके पास से मोबाइल और पैसे भी छीन लिए, लेकिन 12 दिनों तक ऊंट का सफर करके घर पहुंचे अंकित के परिजन जहां खुश दिखाई दे रहे हैं, वहीं अंकित के हिम्मत की लोग सराहना भी कर रहे हैं.
स्थानीय लोगो की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अंकित की जांच की. अब वह 14 दिनों तक घर में ही क्वारंटाइन रहेगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने थर्मल स्क्रीनिंग की, जिसमें उसका टेंपरेचर नॉर्मल पाया गया.
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