संत कबीर नगरः जिले के रहने वाले एक युवक ने रविवार को उन्नाव में जहर खाकर खुदकुशी कर ली. मरने से पहले युवक ने एक वीडियो जारी किया और सुसाइड लेटर भी लिखा. इसमें युवक ने कुछ लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है. सोमवार को जैसे ही युवक का शव गांव पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया. परिजन हंगामा करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए. परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक वह अपने बेटे के शव का दाह संस्कार नहीं करेंगे.
ये है पूरा मामला
मामला संत कबीर नगर जिले के हरिहरपुर नगर पंचायत के जगदीशपुर मोहल्ले का है. इसी गांव का रहने वाला रघुवीर गुप्ता नाम का युवक उन्नाव जिले में तकिया रेलवे क्रॉसिंग पर गेटमैन के पद पर तैनात था. रघुवीर ने गांव में जमीन का पट्टा खारिज होने पर न्याय की मांग की थी. वह 6 महीने से नगर पंचायत हरिहरपुर के चेयरमैन और पूर्व चेयरमैन के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. रविवार को उन्नाव में उनका शव मिला. साथ ही में एक वीडियो और सुसाइड नोट मिला. इसमें उन्होंने चेयरमैन और पूर्व चेयरमैन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. सोमवार को रघुवीर का शव गांव पहुंचा तो परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए.
पीड़ित परिजनों का आरोप है कि रघुवीर से खार खाए वर्तमान और पूर्व चेयरमैन लगातार उसको मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे. आरोप लगाया कि पुलिस की मिलीभगत से रघुवीर के ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया गया था. इसको लेकर रघुवीर मानसिक तनाव में था.
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परिजनों ने किया प्रदर्शन
सोमवार सुबह जैसे ही रघुवीर गुप्ता का शव उनके गांव पहुंचा तो पूरे गांव में कोहराम मच गया. युवक के परिजन शव को घर के बाहर रखकर प्रदर्शन करने लगे. वहीं परिजनों ने अंतिम संस्कार भी नहीं किया. परिजनों ने कहा कि जब तक पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती है तब तक वह अपने बेटे का दाह संस्कार नहीं करेंगे.
गांव बना छावनी
घटना के बाद युवक का गांव पुलिस छावनी के रूप में तब्दील हो गया. पुलिस के लाख मनाने के बावजूद भी परिजन अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. पूरे मामले पर धनघटा एसडीएम योगेश्वर सिंह ने कहा कि मामले की सूचना पर मौके की जानकारी ली गई है. परिजनों की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया गया है.