संत कबीर नगर: लॉकडाउन की वजह से जिले में बुनकरों का क्षेत्र आज पूरी तरह से बदहाल हो चुका है. बिजली के कर्जे ने बुनकर कारोबार को पूरी तरह से बंद कर दिया है, जिससे बुनकर बेरोजगार हो गए हैं. सरकार की नीतियों से परेशान पावरलूम व्यवसायियों का कारोबार डूबने की कगार पर आ चुका है.
सरकार के सख्त रवैये से परेशान बुनकर
संत कबीर नगर जिले को सूती वस्त्र के लिए पहचाना जाता है. यहां बने सूती कपड़े पूरे देश में सप्लाई किया जाते हैं, लेकिन सरकार के सख्त रवैये से बुनकरों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. पिछली सरकार में पावरलूम व्यवसायियों को फ्लैट रेट योजना के तहत उन्हें सब्सिडी में बिजली उपलब्ध हो रही थी. योगी सरकार ने इस योजना को बिजली बुनकरों को देना बंद कर दिया, जिससे उनके ऊपर रोजगार का बड़ा संकट खड़ा हो गया है.
बुनकरों ने जताया विरोध
इस बात से नाराज बुनकरों ने अपने रोजगार पर सात दिन के लिए तालाबंदी कर विरोध जताया है. बुनकरों ने कहा कि पहले तो कोरोना की वजह से बुनकरों को तीन महीने से लॉकडाउन की मार झेलनी पड़ी और अब सरकार की गलत नीतियों ने रोजगार की कमर तोड़ दी है. बाकी बची कसर विजली विभाग ने लाखों का कर्ज लाद कर पूरी कर दी है. ऐसे में बुनकरों को अपने परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल होता जा रहा है.