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संतकबीर नगर: नौकरी देने के नाम पर ठगने वाले युवक चढ़े पुलिस के हत्थे

उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर में लोगों को बहला-फुसलाकर नौकरी का झांसा देकर पैसे ठगने वाले युवकों को मेहदावल थाना प्रभारी निरीक्षक रवीन्द्र कुमार गौतम के नेतृत्व में गिरफ्तार कर लिया गया.

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Published : Sep 3, 2019, 10:09 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:22 PM IST

पकड़ा गया ठग.

संतकबीर नगर: जिले में मेहदावल थाना प्रभारी रवीन्द्र कुमार गौतम के नेतृत्व में दो ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे. दोनों युवक ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन के ट्रेनर के तौर पर फर्जी नियुक्ति कर अवैध रूप से धन उगाही कर रहे थे. दोनोंं ठगों द्वारा अब तक 31 लोगों से पैसे ठगे जाने की जानकारी प्राप्त हुई है.

नौकरी के नाम पर लोगों को ठगने वाले ठग गिरफ्तार.

पकड़े गए ठग-

  • पकड़े गए एक आरोपी का नाम विकास कुमार, ग्राम तिलौरा, थाना सहजनवा, जनपद गोरखपुर का रहने वाला है.
  • दूसरा आरोपी सरफराज अहमद, नई बाजार कस्बा, थाना मेहदावल, जनपद संतकबीर नगर का रहने वाला है.
  • दोनों ही नौकरी देने के नाम पर लोगों को ठगने का काम करते थे.
  • ठग 12,225 रुपये प्रति व्यक्ति से लेकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र दे रहे थे.
  • पूर्व में भी अभियुक्त द्वारा भारत सरकार के प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग कर फर्जी प्रमाण पत्र और नियुक्ति पत्र निर्गत किए गए हैं.
  • मेहदावल थाना प्रभारी रवीन्द्र कुमार गौतम के नेतृत्व में दोनों ठगों को गिरफ्तार किया गया है.

इसे भी पढ़ें:- प्रयागराज: अफसर बनकर करते थे ठगी, 2 शातिर गिरफ्तार

दोनों ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही इनके द्वारा पूर्व में की गई जालसाजी का पता भी गोरखपुर से लगाया जा रहा है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-असित श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक

संतकबीर नगर: जिले में मेहदावल थाना प्रभारी रवीन्द्र कुमार गौतम के नेतृत्व में दो ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे. दोनों युवक ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन के ट्रेनर के तौर पर फर्जी नियुक्ति कर अवैध रूप से धन उगाही कर रहे थे. दोनोंं ठगों द्वारा अब तक 31 लोगों से पैसे ठगे जाने की जानकारी प्राप्त हुई है.

नौकरी के नाम पर लोगों को ठगने वाले ठग गिरफ्तार.

पकड़े गए ठग-

  • पकड़े गए एक आरोपी का नाम विकास कुमार, ग्राम तिलौरा, थाना सहजनवा, जनपद गोरखपुर का रहने वाला है.
  • दूसरा आरोपी सरफराज अहमद, नई बाजार कस्बा, थाना मेहदावल, जनपद संतकबीर नगर का रहने वाला है.
  • दोनों ही नौकरी देने के नाम पर लोगों को ठगने का काम करते थे.
  • ठग 12,225 रुपये प्रति व्यक्ति से लेकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र दे रहे थे.
  • पूर्व में भी अभियुक्त द्वारा भारत सरकार के प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग कर फर्जी प्रमाण पत्र और नियुक्ति पत्र निर्गत किए गए हैं.
  • मेहदावल थाना प्रभारी रवीन्द्र कुमार गौतम के नेतृत्व में दोनों ठगों को गिरफ्तार किया गया है.

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दोनों ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही इनके द्वारा पूर्व में की गई जालसाजी का पता भी गोरखपुर से लगाया जा रहा है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-असित श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक

Intro:भोले भाले लोगों को बहला-फुसलाकर आजीवन नौकरी का झांसा देने वाले जालसाज को मेहदावल थाना प्रभारी निरीक्षक रवीन्द्र कुमार गौतम के नेतृत्व में गिरफ्तार किया गया है। आपको बता दें यह पूरा गैंग पिछले कई महीनों से जनपद के कई हिस्सों में लोगों को अपनी जालसाजी का शिकार बना चुका था।
Body:पुलिस के शिकंजे में आया मुख्य आरोपी का नाम
विकास कुमार है,ग्राम तिलौरा थाना सहजनवा जनपद गोरखपुर का रहने वाला है वही दूसरा आरोपी सरफराज अहमद नई बाजार कस्बा व थाना मेहदावल जनपद संतकबीरनगर का रहने वाला है।आपको बता दें कि आरोपी ग्रामीणो को आपदा प्रबंधन के ट्रेनर के तौर पर फर्जी नियुक्ति कर अवैध रुप से धन उगाही कर रहे थे। अभियुक्त विकास कुमार से पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि वह इण्टरमीडिएट तक शिक्षित है तथा उसने मई 2016 में गोरखपुर में इस बात का यूट्यूब तथा अन्य माध्यमों से प्रचार कर दिया कि उसने एक ऐसे भूकम्प की पूर्व सूचना देने वाले य़न्त्र का अविष्कार किया है जिससे भूकम्प आने से 30 मिनट पहले सूचना प्राप्त हो जायेगी तथा इस सम्बन्ध में उसने काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से पत्राचार किया। संस्था से उसे मात्र पत्र की प्राप्ति का विवरण पत्र प्राप्त हुआ था जिसको उसने यह कहकर दुष्प्रचार आरम्भ कर दिया कि उसका आविष्कार भारत सरकार ने पेटेण्ट कर दिया है तथा इसके लिए उसे 25 करोड़ रुपये मिलने वाले है तथा उसे आपदा राहत में काम करने हेतु अधिकृत किया गया है। इसी आधार पर उसके द्वारा पूर्वांचल इनोवेशन टीम नाम से एक फर्जी संस्था बनाकर उसे उपनिबन्धक कार्यालय, सहजनवा, जनपद गोरखपुर में समाजसेवा के उद्देश्य से दिखाकर पंजीकृत कराया तथा उसकी आड़ में आपदा राहत के नाम पर नौकरी देने के बहाने से गोरखपुर में लोगों से पैसा ठगने लगा। लोगों को जानकारी हो जाने पर वह वहाँ से भागकर सन्तकबीरनगर आ गया तथा मेंहदावल में सरफराज अहमद के साथ मिलकर ठगने के उद्देश्य से अपने संस्था को पूरे भारत में नदियों के किनारे बाढ़ चौकियां बनाकर लोगों को आपदा राहत के लिए प्रशिक्षित करने के लिए आजीवन 18,000 रुपये मासिक पर नियुक्त करने का दुष्प्रचार किया गया तथा लोगों को लाइफ जैकेट आदि देने के नाम पर तथा रजिस्ट्रेशन के लिए 12,225 रुपये प्रति व्यक्ति लेकर उन्हे फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिए गये। पूर्व में भी अभियुक्त द्वारा भारत सरकार के प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग कर फर्जी प्रमाण पत्र तथा नियुक्ति पत्र निर्गत किए गये है। अभियुक्तों ने सोची समझी साजिश के तहत जिलाधिकारी कार्यालय मे आवेदन देकर यह प्रदर्शित किया कि वह आपदा राहत के सम्बन्ध में ग्रामीणों को प्रेरित करना चाहते है जिसके लिए गावों में जा- जाकर उन्हे लोगों को जागरुक करने हेतु आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाए तथा इसी की आड़ में अभियुक्तगण द्वारा ग्रामीणो को बेवकूफ बनाकर उन्हे नौकरी दिलाने के बहाने ठगा गया। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार अभियुक्तों द्वारा एक दो दिन ही तहसील मेंहदावल क्षेत्र में नौकरी देने का प्रचार प्रसार किया गया था तथा अब तक 31 व्यक्तियों से पैसे ठगे जाने के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हुई है।

Conclusion:वहीं इस पूरे मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक असित श्रीवास्तव ने कहा कि दोनों ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।साथ ही इनके द्वारा पूर्व में की गई जालसाजी का पता भी गोरखपुर से लगाया जा रहा है।ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बाइट
विकास कुमार - अभियुक्त

काउंटर बाइट
असित श्रीवास्तव
अपर पुलिस अधीक्षक
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:22 PM IST
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