भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में प्याज की कीमतों को संतुलित करने के लिए प्रदेश सरकार के आदेश पर मंडी समिति द्वारा प्याज विक्रय केन्द्र खोले गए थे. प्याज केंद्रों पर उचित मात्रा में प्याज न होने के कारण कीमतों में कोई कमी नहीं आई है. दरअसल, इन दिनों पूरे देश में बढ़ती प्याज की कीमतों से लोग काफी परेशान हैं. शहर से लेकर छोटे कस्बों और गांव में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं.
प्याज की बढ़ रही कीमतों पर लगाम लगाने के लिए शासन के आदेश पर मंडी समितियों के द्वारा प्याज विक्रय केंद्र खोले गए थे. इन विक्रय केन्द्रों पर आमजन को 35 से 40 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज विक्रय किया जाता था. भदोही जिले में मंडी समिति द्वारा 3 प्याज विक्रय केन्द्र, और शासन-प्रशासन के द्नारा अन्य विक्रय केन्द्र खोले गए थे. इसके बावजूद लोगों को राहत नहीं मिल रही है. इन प्याज केन्द्रों पर प्याज खरीदने के लिए सुबह से शाम तक भीड़ लगी रहती थी. अब इन विक्रय केंद्रों पर सन्नाटा रहता है.
प्याज विक्रय केन्द्रों पर प्याज की किल्लत होने के कारण इन केन्द्रों पर भी प्याज का दाम बढ़कर 65 से 70 रुपये प्रति किलो हो गया है. मंडी समिति लोगों को कम दाम पर प्याज मुहैया करा रही थी, लेकिन बाजार में प्याज की कमी होने के कारण अब प्याज मंडी समिति तक भी नहीं पहुंच पा रहा है. आम बाजारों में प्याज 80 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच चुका है. लोगों की थाली और सब्जियों से इस समय प्याज नदारद है. प्याज विक्रय केंद्रों पर बैठे व्यापारियों से बात करने पर उन्होंने बताया कि पहले तो प्याज हर व्यापारी को 1 से 2 क्विंटल मिल रहा था, लेकिन पिछले 5 दिनों से वह सिर्फ प्याज केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं, उन्हें प्याज नहीं मिल रहा है.