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संतकबीरनगर: 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में जोड़ने के लिए धरना प्रदर्शन

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Published : Oct 14, 2019, 7:26 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:22 PM IST

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल कर लिया था. लेकिन सरकार के इस फैसले को कोर्ट ने खारिज कर दिया था. लिहाजा संतकबीर नगर में अब पिछड़ी जातियों ने लामबंद होकर सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा दिया है.

पिछड़ी जातियों ने लामबंद होकर सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा.

संतकबीर नगर : जिले में पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति के समान सुविधाएं देने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगे पूरी करने की मांग की.

पिछड़ी जातियों ने लामबंद होकर सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा.

पूर्व में प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल कर लिया था, लेकिन बाद में मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था. कोर्ट ने अपने आदेश में सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि किसी भी राज्य सरकार को ये फैसला लेने का हक नहीं है. जिसके विरोध में अब सुर उठने लगे हैं.

पिछड़ी जातियों ने लामबंद होकर सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

  • पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति के समान सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया.
  • प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगे पूरी करने की मांग की है.
  • मांगे पूरी न होने पर पिछड़ी जाति के लोगों ने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.


17 पिछड़ी जातियों को सरकार द्वारा अनुसूचित जाति में जोड़ने की बात कही गई थी, लेकिन मामला न्यायालय से खारिज कर दिया गया. 2019 में दिए गए आदेश के मुताबिक 17 पिछड़ी जातियों को जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने की बात कही गई थी, लेकिन हाईकोर्ट इलाहाबाद द्वारा इस पर रोक लगा दी गई. पिछड़ी जातियों को अनुसूचित वर्गों के समान रिजर्व सुविधाएं दी जाएं.
-अनिल कुमार प्रजापति, अध्यक्ष , प्रजापति महासंघ

संतकबीर नगर : जिले में पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति के समान सुविधाएं देने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगे पूरी करने की मांग की.

पिछड़ी जातियों ने लामबंद होकर सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा.

पूर्व में प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल कर लिया था, लेकिन बाद में मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था. कोर्ट ने अपने आदेश में सरकार को फटकार लगाते हुए कहा था कि किसी भी राज्य सरकार को ये फैसला लेने का हक नहीं है. जिसके विरोध में अब सुर उठने लगे हैं.

पिछड़ी जातियों ने लामबंद होकर सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

  • पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति के समान सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया.
  • प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगे पूरी करने की मांग की है.
  • मांगे पूरी न होने पर पिछड़ी जाति के लोगों ने बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.


17 पिछड़ी जातियों को सरकार द्वारा अनुसूचित जाति में जोड़ने की बात कही गई थी, लेकिन मामला न्यायालय से खारिज कर दिया गया. 2019 में दिए गए आदेश के मुताबिक 17 पिछड़ी जातियों को जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने की बात कही गई थी, लेकिन हाईकोर्ट इलाहाबाद द्वारा इस पर रोक लगा दी गई. पिछड़ी जातियों को अनुसूचित वर्गों के समान रिजर्व सुविधाएं दी जाएं.
-अनिल कुमार प्रजापति, अध्यक्ष , प्रजापति महासंघ

Intro:संतकबीरनगर- 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित में जोड़ने के लिए लोगों ने किया धरना प्रदर्शन


Body:एंकर- यूपी के संत कबीर नगर जिले में 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित वर्गों के समान सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं जिले की अन्य समस्याओं को लेकर पिछड़ी जाति के लोगों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगे पूरी करने की मांग की वही मांगी ना पूरी होने पर पिछड़ी जाति के लोगों ने वृहद आंदोलन की चेतावनी भी दी है।


Conclusion:आपको बता दें कि पूरा मामला संत कबीर नगर जिले का है जहां पर आज कलेक्ट्रेट के बगल में 17 पिछड़ी जाति के लोगों ने अनुसूचित वर्गों के समान सुविधाओं की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया धरना प्रदर्शन करते हुए लोगों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा भारतीय प्रजापति महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार प्रजापति के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार प्रजापति ने कहा कि 17 पिछड़ी जातियों को उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा अनुसूचित में जोड़ने की बात कही गई थी लेकिन मामला न्यायालय से खारिज कर दिया गया राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार प्रजापति ने कहा कि 2019 को आदेश के मुताबिक 17 पिछड़ी जातियों को जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने की बात कही गई थी लेकिन हाईकोर्ट इलाहाबाद द्वारा इस पर रोक लगा दी गई उन्होंने कहा कि पिछड़ी जातियों को अनुसूचित वर्गों के समान रिजर्व सुविधाएं दी जाए। वही प्रदेश मैं आपराधिक घटनाएं भ्रष्टाचार पर तत्काल सरकार द्वारा रोक लगाई जाए।

बाइट- अनिल कुमार प्रजापति राष्ट्रीय अध्यक्ष
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:22 PM IST
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