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संभल में स्थित है श्रीकृष्ण की बहन मां केला देवी का प्राचीन मंदिर, यदुवंशियों की मानी जाती हैं कुल देवी - यदुवंशियों की कुल देवी

उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित श्रीकृष्ण की बहन मां केला देवी का मंदिर स्थित है. मां केला देवी को यदुवंशियों की कुल देवी माना जाता है. मान्यता यह है कि सोमवार को माता का दर्शन करना काफी शुभ होता है.

प्रचीन मां केला देवी मंदिर
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Published : Oct 5, 2019, 5:20 PM IST

संभल: "अन्धन को आंख देत, कोढ़न को काया, बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया,. कुछ ऐसे ही मुराद पूरी करती हैं मां केला देवी. उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित मां केली देवी का मंदिर अपने आप में अलौकिक है. मां की कृपा निःसंतानों पर जमकर बरसती है. यह मंदिर 700 वर्ष पुराना है. मां अपने दर पर आने वाले भक्त को कभी खाली हाथ वापस नहीं करतीं.

संभल में स्थित है प्रचीन मां केला देवी मंदिर.

पूरे देश में है सिर्फ दो मंदिर
पूरे देश में मां केला देवी के सिर्फ दो ही मंदिर हैं. इनमें से एक राजस्थान में और एक संभल के भूड इलाके में है. नवरात्रि में व हर सोमवार को इस मंदिर में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.

इसे भी पढ़ें - मूर्तिकारों की मेहनत हुई बर्बाद, बाढ़ के पानी में डूबीं दुर्गा प्रतिमाएं

भगवान श्रीकृष्ण की हैं बहन
मान्यता यह है कि मां केला देवी भगवान कृष्ण की बहन हैं. देवी मां के चरण छूने सिर्फ इंसान ही नहीं आते, बल्कि मां गंगा भी केला देवी के चरणों का स्पर्श करने आती थीं. जिस श्रद्धालु की मनोकामना केला देवी मां पूर्ण कर देती हैं वह मां को दूध-दही चढ़ाते हैं. मान्यता है कि मां को दूध-दही अत्यधिक पसंद है. मां केला देवी को यदुवंशियों की कुल देवी भी माना जाता है.

संभल: "अन्धन को आंख देत, कोढ़न को काया, बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया,. कुछ ऐसे ही मुराद पूरी करती हैं मां केला देवी. उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित मां केली देवी का मंदिर अपने आप में अलौकिक है. मां की कृपा निःसंतानों पर जमकर बरसती है. यह मंदिर 700 वर्ष पुराना है. मां अपने दर पर आने वाले भक्त को कभी खाली हाथ वापस नहीं करतीं.

संभल में स्थित है प्रचीन मां केला देवी मंदिर.

पूरे देश में है सिर्फ दो मंदिर
पूरे देश में मां केला देवी के सिर्फ दो ही मंदिर हैं. इनमें से एक राजस्थान में और एक संभल के भूड इलाके में है. नवरात्रि में व हर सोमवार को इस मंदिर में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.

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भगवान श्रीकृष्ण की हैं बहन
मान्यता यह है कि मां केला देवी भगवान कृष्ण की बहन हैं. देवी मां के चरण छूने सिर्फ इंसान ही नहीं आते, बल्कि मां गंगा भी केला देवी के चरणों का स्पर्श करने आती थीं. जिस श्रद्धालु की मनोकामना केला देवी मां पूर्ण कर देती हैं वह मां को दूध-दही चढ़ाते हैं. मान्यता है कि मां को दूध-दही अत्यधिक पसंद है. मां केला देवी को यदुवंशियों की कुल देवी भी माना जाता है.

Intro:"अन्धन को आंख देत, कोढन को काया,
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया,
बहरन को कान देत, गूंगन को बोलन "
ऐसी है माॅ केला देवी । अपने दर पर आने वाले की भी भक्त को खाली हाथ वापस नही करती। जो भी माॅ का भक्त केला देवी से सच्चे मन से मांगता है माॅ उसकी मनोकामना जरूर पुरी करती है।



Body:केला देवी माॅ के चरण छूने सिर्फ इंसान ही नही आते, बल्कि माॅ गंगा भी केला देवी के चरणों का स्पर्श करने आती थी। मंदिर के।महन्त का कहना है कि केला देवी का।मन्दिर 700 सालों से।भी ज्यादा समय का है। माॅ केला देवी भगवान कृष्ण की बहन और यदुवंशीय कुल की कुल देवी हैं। इनके पूरे देश मे सिर्फ दो भी मंदिर है एक राजस्थान मे है और दूसरा सम्भल के पंवासा ब्लाॅक मे स्थित है। इस मंदिर का रखरखाव अब पंचायती अखाड़ा करता है। माॅ निस्तान को सन्तान, गंगा को आवाज, बहरे को सुनने की शक्ति देती हैं। देवी माँ से।जो भी सच्चे मन से मांगता है माॅ उसकी मनोकामना जरूर पुरी करती है।
महन्त श्रषि ने बताया की कुछ समय पहले तक यह इलाका पूर्ण रूप से जंगल था और गंगा स्वयं हर साल केला देवी माँ के चरण छूने आती थी। माॅ गंगा आती तो भयंकर गुस्से मे थी लेकिन केला देवी माँ का स्पर्श पाते ही शान्त होकर वापस चली जाती थी।
बाईट- महन्त केला देवी मन्दिर
स्थानीय श्रद्धालु उदय वीर सिंह का कहना है कि यह मन्दिर इलाके।मे श्रद्दा का केन्द्र है। प्रदेश भर से श्रद्धालु लाखों की संख्या मे।माॅ केला देवी के दर्शन करने आते हैं और देवी माँ से झोली फैलाकर मन्नतें माॅगते हैं और जिस श्रद्धालु की मनोकामना केला देवी मा पूर्ण कर देती है वह केला देवी माँ का अति प्रिय दूध-दही मन्दिर मे चढ़ाते हैं।
बाईट- उदय वीर, श्रद्धालु
बाईट- संजीव कुमार श्रद्धालु


Conclusion:कहते है कि मन्दिर केला देवी मे देवी माँ स्वयं निवास करती है और करोडों करोड भक्तों की रक्षा करती है।
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