संभल: जी-20 के मेहमानों को प्रेसीडेंट ऑफ भारत लिखे निमंत्रण पत्र भेजने को लेकर हो रहे विवाद पर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहने वाले संभल के सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने तल्ख टिप्पणी की है. सांसद ने कहा कि निमंत्रण पर पहले की तरह 'प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया' होना चाहिए. सपा सांसद ने कहा कि पुराने नाम से दावतनामा भेजना चाहिए था. ये देश के अंदर का झगड़ा दूसरे मुल्कों को उजागर नहीं करना चाहिए.
बर्क ने आगे कहा, भारत कहने से देश के हालात नहीं बदल जाएंगे. वहीं, डॉ बर्क ने 2024 लोकसभा चुनाव में पसमांदा मुसलमानों के बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर कहा कि मुसलमानों पर इस गवर्मेंट में जितना जुल्म हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ. इसलिए मुसलमान बीजेपी के बहकावे में कभी नहीं आएगा. यही नहीं लालच और दबाव में भी अब मुसलमान बीजेपी को वोट नहीं देगा.
दरअसल, विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया होने की वजह से देश का नाम अब भारत रखे जाने की मांग की जाने लगी है. बाकायदा जी-20 के सम्मेलन के लिए विदेशी मेहमानों को प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत के नाम से निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. जिसे लेकर सियासत तेज हो गई है.
गौरतलब है कि संभल के सपा सांसद डॉ. बर्क अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं. वह लगातार भाजपा पर मुसलमानों के साथ जुल्म और ज्यादती करने के आरोप लगाते रहे हैं. वहीं, यूनिफॉर्म सिविल कोड से लेकर एक देश एक चुनाव बिल का विरोध करने वाले सांसद बर्क ने अब देश के नाम पर भी अपनी राय व्यक्त की है. बहरहाल जिस तरह से विपक्ष देश के नाम को लेकर बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में सरकार के लिए देश का नाम बदलना किसी चुनौती से कम नहीं होगा.
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