संभलः जिले में नगर निकाय चुनाव से शुरू हुई सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क और समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल महमूद की लड़ाई अब एक दूसरे पर वार-पलटवार तक आ पहुंच गयी है. सांसद बर्क के पौत्र और मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट से सपा विधायक जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि इकबाल महमूद सदमे में हैं. इस दुख की घड़ी में मै उनके साथ हूं.
दरअसल संभल के सपा विधायक इकबाल महमूद ने कुंदरकी के सपा विधायक जियाउर्रहमान बर्क को एक्सीडेंटल विधायक बताया था. उन्होंने कहा था कि जियाउर्रहमान बर्क को उनकी वजह से ही विधायकी मिली हैं. महमूद के इसी बयान को मंगलवार को सपा विधायक जियाउर्रहमान बर्क ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि इकबाल महमूद इस समय सदमे में हैं. वे संभल में जितनी बार जीते हैं, उतनी बार एक्सीडेंटल विधायक ही बने होंगे. इसीलिए सबको उसी नजर से देख रहे हैं. पार्टी के वोट के अलावा शख्सियत का वोट भी होता है. इकबाल महमूद सपा के सभी विधायकों पर आरोप लगा रहे हैं.
कुंदरकी विधायक बर्क ने इकबाल महमूद पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर ये विधायक बना रहे होते तो 2009 में मेरे दादा शफीकुर्रहमान बर्क के हाथों क्यों हारे? वह अपने बेटों को विधायक क्यों नहीं बना पाए? यही नहीं अपनी पत्नी को चेयरमैन की सीट क्यों नहीं जिता पा रहे? उन्होंने कहा कि विधायक इकबाल महमूद अपनी पोल खोल रहे हैं. उन्होंने पार्टी से मुखालफत कर अकीलुर्रहमान को चुनाव लड़ाया. जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि निकाय चुनाव में उन्हीं का प्रत्याशी जीतेगा.
हालांकि सपा के दो खेमों में हो रही इस लड़ाई को बर्क ने पुराना बताते हुए कहा का 2024 में इससे सपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा. सपा विधायक इकबाल महमूद अभी सदमे में हैं और इस दुख की घड़ी में मै उनके साथ हूं. उन्होंने इकबाल महमूद के विकास को लेकर कहा कि संभल के लोग टॉर्च जलाकर विकास को ढूंढ रहे हैं. लेकिन वह अभी मिला नही है. कैबिनेट मंत्री रहते जो विधायक कुछ नहीं कर पाए. वह विपक्ष में रहते हुए क्या करेंगे?
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