संभल: जनपद के गुन्नौर तहसील में गंगा घाट पर रोज आरती होती है. पिछले 2 सालों से यहां पर घाटों का निर्माण और नवीनीकरण हो रहा है. तब से राजघाट पर श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ती जा रही है.
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ये है राजघाट का महत्व
संभल के राजघाट का बहुत अधिक धार्मिक महत्व है. यहां गंगा मैया का मंदिर भी है. यहां घाटों के नवीनीकरण और निर्माण के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है. यहां पहले से ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते थे, लेकिन पहले घाटों की इतनी अच्छी व्यवस्था नहीं थी. पिछले कुछ सालों से घाटों का नवीनीकरण होने से यहां की रौनक और ज्यादा बढ़ गई है. श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में यहां आ रहे हैं. लोगों की आस्था है कि यहां गंगा मैया से जो मांगों वह मुराद पूरी होती है. इसलिए यहां लोग जनपद के लगभग हर गांव से ट्रैक्टर, ट्रॉली या अपने निजी वाहन से गंगा मइया के दर्शन करने आते हैं.
होती हैं मुरादें पूरी
स्थानीय लोगों का कहना है कि गंगा मईया से जो मुराद मांगो वो पूरी होती है. गंगा के पास रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि यहां जब से घाटों का निर्माण और नवीनीकरण हुआ है, तब से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है. यहां प्रतिदिन शाम को गंगा आरती भी होती है. इसमें शामिल होने के लिए श्रद्धालु आते हैं और गंगा मइया सब को आशीर्वाद देती हैं.
पहले नहीं थे घाट
श्रद्धालु हिमांशु शर्मा ने बताया कि वो बचपन से राजघाट आते रहे हैं. उनकी गंगा मईया में बहुत श्रद्धा है. बचपन में जब वह राजघाट आते थे तो यहां घाट नही थे. लोग ऐसे ही गंगा किनारे पटरी पर स्नान करते थे. अब घाटों का निर्माण भी हो गया है और नवीनीकरण भी हुआ है.