संभलः निकाय चुनाव में संभल में एआईएमआईएम प्रत्याशी को बड़ी जीत हासिल हुई. एआईएमआईएम उम्मीदवार ने सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी को 22,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराकर रिकॉर्ड जीत दर्ज की. वहीं, समाजवादी पार्टी की आपसी लड़ाई में एआईएमआईएम उम्मीदवार ने बाजी मार ली.
दरअसल, जिले की 8 निकायों में 5 पर बीजेपी का कब्जा रहा. नरौली नगर पंचायत पर समाजवादी पार्टी के बिट्टन मालिक की जीत हुई. चंदौसी नगर पालिका में अध्यक्ष पद की सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार लता वार्ष्णेय ने कब्जा जमाया. लेकिन, सबसे दिलचस्प मुकाबला संभल नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष पद की सीट पर देखने को मिला है. संभल, जिसे समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. यहां समाजवादी पार्टी से सदर विधायक इकबाल महमूद ने अपनी पत्नी रुखसाना इकबाल को पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ाया. तो वहीं, संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने अपनी पार्टी प्रत्याशी को समर्थन न देकर निर्दलीय उम्मीदवार फरहाना यासीन का समर्थन किया. समाजवादी पार्टी के बीच आपसी खींचतान का नतीजा यह रहा कि यहां पहली बार एआईएमआईएम प्रत्याशी आशिया मुशीर ने बाजी मार ली.
एआईएमआईएम उम्मीदवार ने पहले राउंड से ही बढ़त बनाई और यह बढ़त अंत तक बकरार रही. एआईएमआईएम उम्मीदवार आशिया मुशीर ने सर्वाधिक 40425 मत हासिल किए तो वहीं, सांसद डॉ बर्क समर्थित प्रत्याशी फरहाना यासीन को 18019 वोट मिले. इसके अलावा 3 नंबर पर बीजेपी उम्मीदवार पारुल शर्मा रहीं. उन्हें 16205 वोट मिले. वहीं, बसपा प्रत्याशी आजमा तश्कील को 10175 वोटों से ही संतुष्ट होना पड़ा. लेकिन, सबसे खराब स्थिति संभल के सात बार के विधायक इकबाल महमूद की पत्नी रुखसाना इकबाल की रही. जिन्हें मात्र 7662 वोट ही मिले. इसके साथ ही सपा प्रत्याशी इस चुनाव में पांचवें नंबर पर रहीं.
इस तरह से संभल नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष सीट पर एआईएमआईएम प्रत्याशी आशिया मुशीर ने 22406 मतों से रिकॉर्ड जीत हासिल की. कहा जा रहा है कि संभल में सपा सांसद डॉ. बर्क ने समाजवादी पार्टी का खेल बिगाड़ कर रख दिया. अगर समाजवादी पार्टी संभल में 2 खेमों में नहीं बंटी होती तो संभल में पार्टी की इतनी खराब दुर्दशा नहीं होती.
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