ETV Bharat / state

टेस्ट में मिला 'Zero' तो कक्षा 3 के छात्र ने रची फर्जी किडनैप की कहानी - संभल क्राइम खबर

संभल के चंदौसी थाना इलाके में कक्षा 3 के एक छात्र ने टेस्ट में जीरो नंबर आने पर अपनी फर्जी किडनैप की कहानी रच डाली. फिलहाल पुलिस ने बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया है.

कक्षा 3 के छात्र ने रची फर्जी किडनैप की कहानी
कक्षा 3 के छात्र ने रची फर्जी किडनैप की कहानी
author img

By

Published : Feb 16, 2021, 7:28 AM IST

Updated : Feb 16, 2021, 8:17 AM IST

संभल: जिले के चंदौसी थाना इलाके में कक्षा 3 के एक छात्र ने फर्जी किडनैप की कहानी रच डाली. दरअसल, छात्र को टेस्ट में उसको जीरो नंबर मिले थे. टेस्ट में जीरो आने की जानकारी टीचर ने फोन से उसके पेरेंट्स को दे दी थी, पेरेंट्स की डांट-फटकार के डर से उसने अपने फर्जी किडनैप की प्लानिंग की. फिलहाल पुलिस ने बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया है.

पुलिस को गुमराह करते हुए छात्र ने खुद को बिलारी का रहने वाला बताया. साथ ही दावा किया कि ट्यूशन से लौटते समय उसे दो लोगों ने वैन से उठा लिया और नशा सुंघाकर अपने साथ ले गए. बताया कि चन्दौसी में रेलवे फाटक बंद होने पर अगवा करने वाले उसे छोड़कर भाग गए. पुलिस पहले तो कहानी को सच मानकर उलझी रही है, लेकिन जल्द ही सवालों की बौछार में बच्चे ने सच उगल दिया. कोतवाली पुलिस ने बालक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.

छात्र ने रची फर्जी किडनैप की कहानी
तहसील चन्दौसी के बदायूं रोड स्थित बेहतरी रेलवे फाटक के निकट आईटीआई के पास सोमवार की सुबह करीब 11 बजे 8 वर्षीय एक बालक स्थानीय दुकानदार ओमपाल की दुकान पर पहुंचा और 10 रुपये मांगे. शक होने पर उसने पूछताछ की तो बालक ने खुद को उत्कर्ष राठी बताया और कहा कि वह फल बाजार बिलारी का रहने वाला है. वह चन्दौसी के एक स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता है. बिलारी में घर के पास ट्यूशन पढ़कर लौटते समय उसे वैन सवार दो लोगों ने उठा लिया और रुमाल से नशा सुंघा दिया. बेतहरी रेलवे फाटक बंद होने के कारण बदमाश उसे छोड़कर भाग गए. उस समय उसे होश आ गया.

बच्चे के मुंह से अपहरण की कहानी सुनकर ओमपाल के पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्होंने पुलिस को सूचना दी. आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में एकत्र हो गए. कुछ ही देर में पहुंची पुलिस उसे लेकर कोतवाली पहुंची. पुलिस ने बच्चे से घुमाफिरा कर कई सवाल पूछे तो उसने सच उगल दिया. बताया कि वह चन्दौसी की शक्तिनगर कालोनी का रहने वाला है. घर के पास ही ट्यूशन पढ़ता है. हिंदी के टेस्ट में फेल होने के कारण वह काफी डर गया था. टीचर ने इसकी जानकारी भी घर वालों को दे दी थी. इससे डरकर उसने झूठी कहानी गढ़ दी. प़ुलिस ने आश्वस्त होने के बाद बच्चे को घर पहुंचा दिया.

पुलिस को बताया मामा के घर का पता
अपहरण की झूठी कहानी रचने के मामले में कक्षा तीन के बच्चे ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने शक्तिनगर स्थित घर का पता नहीं बताया. उसने अपने नाम के साथ पिता राहुल के नाम के स्थान पर मामा रिंकू राठी निवासी फल बाजार बिलारी जिला मुरादाबाद का पता बता दिया. पुलिस की पूछताछ के बाद छात्र ने अपने पिता का नाम और शक्तिनगर का पता बताया तो पुलिस परिजनों तक पहुंच सकी.

सीसीटीवी कैमरों की मदद से छात्र को तलाश कर रहे थे परिजन
छात्र के पिता ने पुलिस को बताया कि ट्यूशन पढ़ने के बाद जब बेटा काफी देर तक घर नहीं पहुंचा तो वह ट्यूशन पढ़ाने वाली टीचर के घर पहुंचे तो वहां बच्चा नहीं मिला. जिससे वह तलाश में निकल गए. कचहरी रोड और बहजोई रोड पर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी छानबीन की. सीसीटीवी में बच्चा कचहरी के पास तक आते देखा गया था.

संभल: जिले के चंदौसी थाना इलाके में कक्षा 3 के एक छात्र ने फर्जी किडनैप की कहानी रच डाली. दरअसल, छात्र को टेस्ट में उसको जीरो नंबर मिले थे. टेस्ट में जीरो आने की जानकारी टीचर ने फोन से उसके पेरेंट्स को दे दी थी, पेरेंट्स की डांट-फटकार के डर से उसने अपने फर्जी किडनैप की प्लानिंग की. फिलहाल पुलिस ने बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया है.

पुलिस को गुमराह करते हुए छात्र ने खुद को बिलारी का रहने वाला बताया. साथ ही दावा किया कि ट्यूशन से लौटते समय उसे दो लोगों ने वैन से उठा लिया और नशा सुंघाकर अपने साथ ले गए. बताया कि चन्दौसी में रेलवे फाटक बंद होने पर अगवा करने वाले उसे छोड़कर भाग गए. पुलिस पहले तो कहानी को सच मानकर उलझी रही है, लेकिन जल्द ही सवालों की बौछार में बच्चे ने सच उगल दिया. कोतवाली पुलिस ने बालक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है.

छात्र ने रची फर्जी किडनैप की कहानी
तहसील चन्दौसी के बदायूं रोड स्थित बेहतरी रेलवे फाटक के निकट आईटीआई के पास सोमवार की सुबह करीब 11 बजे 8 वर्षीय एक बालक स्थानीय दुकानदार ओमपाल की दुकान पर पहुंचा और 10 रुपये मांगे. शक होने पर उसने पूछताछ की तो बालक ने खुद को उत्कर्ष राठी बताया और कहा कि वह फल बाजार बिलारी का रहने वाला है. वह चन्दौसी के एक स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता है. बिलारी में घर के पास ट्यूशन पढ़कर लौटते समय उसे वैन सवार दो लोगों ने उठा लिया और रुमाल से नशा सुंघा दिया. बेतहरी रेलवे फाटक बंद होने के कारण बदमाश उसे छोड़कर भाग गए. उस समय उसे होश आ गया.

बच्चे के मुंह से अपहरण की कहानी सुनकर ओमपाल के पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्होंने पुलिस को सूचना दी. आसपास के लोग भी बड़ी संख्या में एकत्र हो गए. कुछ ही देर में पहुंची पुलिस उसे लेकर कोतवाली पहुंची. पुलिस ने बच्चे से घुमाफिरा कर कई सवाल पूछे तो उसने सच उगल दिया. बताया कि वह चन्दौसी की शक्तिनगर कालोनी का रहने वाला है. घर के पास ही ट्यूशन पढ़ता है. हिंदी के टेस्ट में फेल होने के कारण वह काफी डर गया था. टीचर ने इसकी जानकारी भी घर वालों को दे दी थी. इससे डरकर उसने झूठी कहानी गढ़ दी. प़ुलिस ने आश्वस्त होने के बाद बच्चे को घर पहुंचा दिया.

पुलिस को बताया मामा के घर का पता
अपहरण की झूठी कहानी रचने के मामले में कक्षा तीन के बच्चे ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने शक्तिनगर स्थित घर का पता नहीं बताया. उसने अपने नाम के साथ पिता राहुल के नाम के स्थान पर मामा रिंकू राठी निवासी फल बाजार बिलारी जिला मुरादाबाद का पता बता दिया. पुलिस की पूछताछ के बाद छात्र ने अपने पिता का नाम और शक्तिनगर का पता बताया तो पुलिस परिजनों तक पहुंच सकी.

सीसीटीवी कैमरों की मदद से छात्र को तलाश कर रहे थे परिजन
छात्र के पिता ने पुलिस को बताया कि ट्यूशन पढ़ने के बाद जब बेटा काफी देर तक घर नहीं पहुंचा तो वह ट्यूशन पढ़ाने वाली टीचर के घर पहुंचे तो वहां बच्चा नहीं मिला. जिससे वह तलाश में निकल गए. कचहरी रोड और बहजोई रोड पर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी छानबीन की. सीसीटीवी में बच्चा कचहरी के पास तक आते देखा गया था.

Last Updated : Feb 16, 2021, 8:17 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.