सहारनपुर: सिंचाई विभाग ने भौतिक सत्यापन करते हुए मुजफ्फराबाद क्षेत्र के गांव भाकरोद में एक ट्यूबवेल लगाने का निर्णय लिया था. इसके लिए बाकायदा उस किसान से बात करते हुए उससे एनओसी ले ली और मुआवजे का आश्वासन दिया गया, लेकिन मुआवजा नहीं दिया गया. इसके बाद ग्रामीणों ने एकजुट होकर अधिकारियों का विरोध करते हुए उनको वहां से भगा दिया. एक बार फिर रविवार को अधिकारी मौके पर पहुंचे और जबरन बोरिंग का काम शुरू किया. इस बार भी ग्रामीणों ने पहुंचकर अधिकारियों को वहां से भगा दिया.
जानें पूरा मामला
- मामला मुजफ्फराबाद क्षेत्र के गांव भाकरोद का है.
- गांव में सिचाई विभाग द्वारा ट्यूबवेल लगाया जा रहा है.
- आरोप है कि खेत में ट्यूबवेल लगाया जा रहा है.
- किसान से एनओसी ले ली गई कि उसे मुआवजा दिलाया जाएगा.
- ट्यूबवेल लगाने का काम शुरू कर दिया गया और मुआवजा नहीं दिया गया.
- इस वजह से ग्रामीणों ने बोरिंग के काम का विरोध किया.
- ग्रामीणों ने विरोध करते हुए सभी मशीनों और अन्य औजारों को भी अपने कब्जे में ले लिया.
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ग्रामीणों का कहना है कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक कार्य नहीं होने देंगे. ग्रामीणों की मानें तो कई बार अधिकारियों से इसकी शिकायत कर चुके हैं.
मामला संज्ञान में आया है. त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिकारियों की टीम वहां पर भेजी जाएगी, ताकि ग्रामीणों से बातचीत की जा सके. उनकी जो समस्या है उसका निराकरण किया जा सके.
-आलोक कुमार पांडेय, डीएम