सहारनपुर: थाना सरसावा इलाके के बलवंतपुर गांव की पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके के बाद पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है. फैक्ट्री अग्निकांड में मारे गए युवक के शव को कंधा देकर इंसानियत की मिशाल पेश की है. खास बात ये है कि शव को ग्रामीणों एवं रिश्तेदारों ने कंधा देने से मना कर दिया था. जिसके बाद पुलिस ने मृतक के घर पहुंच कर न सिर्फ परिजनों को सांत्वना दी बल्कि, शव को कंधा देकर श्मशान घाट तक पहुंचाया. इतना ही नहीं अंतिम संस्कार की सभी क्रियाएं कराने के बाद ही पुलिस वापस लौटी. बताया जा रहा है कि धमाके के बाद शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया था.
आपको बता दें कि हाल ही में पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके में पांच लोगों की मौत हो गई थी. चार लोगों का जिसमें राहुल पुत्र किरण पाल, सुमित पुत्र सोहनवीर निवासी ग्राम सलेमपुर, कार्तिक पुत्र जोगिंदर, सागर पुत्र राकेश निवासी ग्राम बलवंतपुर का दाह संस्कार उनके परिवार वालों ने ग्रामीणों की मदद से कर दिया था. लेकिन, धमाके में मृत बलवंतपुर निवासी 19 वर्षीय वर्धनपाल पुत्र अर्जुन सिंह को कंधा देने के लिए कोई भी शख्स सामने नहीं आया. रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार के वक्त कंधा देने से मना कर दिया. बताया जा रहा है कि धमाके के बाद शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया था.
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जब इसकी जानकारी थाना सरसावां प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह को लगी तो वे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. जहां उन्होंने इंसानियत का फर्ज निभाते हुए मृतक के परिजनों को सांत्वना दी. मृतक का दाह संस्कार होने के बाद तक पुलिस टीम श्मशान घाट पर ही मौजूद रही. पुलिस के इस काम की चारों और सराहना की जा रही है.
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