सहारनपुरः रविवार को बेहट तहसील मुख्यालय में मजिस्ट्रेट की कुर्सी पर एक युवती को बैठा देख फरियादी भौचक्के रह गए. फरियादियों ने अपनी शिकायत मजिस्ट्रेट को देनी चाही, तो उन्होंने कुर्सी पर बैठी युवती की ओर इशारा कर दिया. जिसके बाद पूरा मामला फरियादियों की समझ में आया.
छात्रा बनी मजिस्ट्रेट
दरअसल, केंद्र और प्रदेश सरकार महिला सम्मान और महिला सुरक्षा को लेकर अलग-अलग योजनाओं का संचालन कर रही है. छात्राओं और महिलाओं में आत्मबल पैदा करने के लिए मिशन नारी शक्ति अभियान भी चलाया जा रहा है. इसी मिशन के तहत राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर बेहट में एक छात्रा को एक दिन का मजिस्ट्रेट बनाया गया.
एक दिन की मजिस्ट्रेट ने सुनीं समस्याएं
इस दौरान मजिस्ट्रेट बनीं छात्रा ने लोगों की समस्याएं सुनी और निराकरण के आदेश दिए. एक दिन की मजिस्ट्रेट बनीं बीएड की छात्रा इंशा ने सरकार द्वारा छात्राओं को सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भर बनाने की योजना की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि समाज में लड़कियों को पढ़ लिख कर आत्मनिर्भर बनना चाहिए. लड़कियां किसी से कम नहीं होती. मजिस्ट्रेट बनी छात्रा इंशा ने कहा कि लड़कियां अपने आप को कमजोर न समझें. पढ़ लिख कर आत्मनिर्भर बनें. उन्होंने कहा कि बेटियों को अच्छे से पढ़ाई करनी चाहिए. जिससे वो हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर सकें.