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सहारनपुर : जहरीली शराब कांड में एसआईटी टीम ने शुरू की जांच - सहारनपुर न्यूज

सहारनपुर के कोलकी क्षेत्र में 18 और उमाही में 14 लोगों समेत विभिन गांव में कुल 68 लोगों की जहरीली शराब से मौत हो गई, जबकि 69 लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. जहरीली शराब मामले में अब एसआईटी की टीम जांच कर रही है.

एसआईटी टीम ने शुरू की जांच
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Published : Feb 14, 2019, 11:14 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:20 PM IST

सहारनपुर : 8 फरवरी से शुरू हुआ जहरीली शराब कांड मौत बनकर आई और सैकड़ों जिंदगियों को निगल गई. सबसे ज्यादा मौत देहात विधान सभा इलाके के गांव कोलकी और उमाही में हुई. कोलकी क्षेत्र में 18 और उमाही में 14 लोगों समेत विभिन गांव में कुल 68 लोगों की जहरीली शराब से मौत हो गई, जबकि 69 लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. जहरीली शराब मामले में अब एसआईटी की टीम जांच कर रही है.


इसके बावजूद पुलिस और जिला प्रशासन आंकड़े-आंकड़े खेल रहा है. जिला प्रशासन की सुई कुल 36 मौत के आंकड़े पर अटकी हुई है. जहरीली शराब मामले में अब एसआईटी की टीम जांच कर रही है. जांच में शराब पीड़ित परिवारों से पूछताछ कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दे रही है. पूर्व बसपा विधायक जगपाल सिंह ने बताया कि सहारनपुर देहात विधान सभा इलाके में कुल 68 लोगों की मौत शराब पीने से हुई है.

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एसआईटी टीम ने शुरू की जांच
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रुड़की सहारनपुर जिले में 8 फरवरी से शुरू हुआ शराब का तांडव लगातार 130 जिंदगियों को मौत में बदल गया. इसके बाद दोनों जिलों के प्रशासन मौत के आंकड़े को 36-36 बता रहे हैं. शराब कांड की जांच के लिए अब एसआइटी टीम इंचार्ज संजय सिंघल, मंडलायुक्त सीपी त्रिपाठी, आइजी शरद सचान के साथ शराब पीडित गांव पहुंचे हैं. एसआईटी टीम ने प्राथमिक विद्यालय में पीड़ितों के परिजनों से पूछताछ कर उनके बयान कलमबंद किए.


जांच कर रही एसआईटी की टीम ने मीडिया से कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. एसआईटी टीम का कहना है कि जांच के बाद रिपोर्ट शासन को भेजेंगे. शासन स्तर से ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जबकि सहारनपुर में देवबंद और कुशीनगर में निलंबन आदि की कार्रवाई पहले ही हो चुकी है.


कोलकी गांव के ग्राम प्रधान जयवीर वालिया ने बताया कि उनके गांव में 18 मौत, पड़ोसी गांव उमाही में 14 और आसपास के दर्जनों गांवों में कई मौतें हुई हैं. यह शराब कहा से आई किसने भेजी यह किसी को भी नहीं पता है. वहीं बसपा विधायक रहे जगपाल सिंह ने बताया कि अकेले उनकी विधान सभा क्षेत्र में 68 लोगों की मौत हुई है, जबकि 59 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.

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सहारनपुर : 8 फरवरी से शुरू हुआ जहरीली शराब कांड मौत बनकर आई और सैकड़ों जिंदगियों को निगल गई. सबसे ज्यादा मौत देहात विधान सभा इलाके के गांव कोलकी और उमाही में हुई. कोलकी क्षेत्र में 18 और उमाही में 14 लोगों समेत विभिन गांव में कुल 68 लोगों की जहरीली शराब से मौत हो गई, जबकि 69 लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. जहरीली शराब मामले में अब एसआईटी की टीम जांच कर रही है.


इसके बावजूद पुलिस और जिला प्रशासन आंकड़े-आंकड़े खेल रहा है. जिला प्रशासन की सुई कुल 36 मौत के आंकड़े पर अटकी हुई है. जहरीली शराब मामले में अब एसआईटी की टीम जांच कर रही है. जांच में शराब पीड़ित परिवारों से पूछताछ कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दे रही है. पूर्व बसपा विधायक जगपाल सिंह ने बताया कि सहारनपुर देहात विधान सभा इलाके में कुल 68 लोगों की मौत शराब पीने से हुई है.

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रुड़की सहारनपुर जिले में 8 फरवरी से शुरू हुआ शराब का तांडव लगातार 130 जिंदगियों को मौत में बदल गया. इसके बाद दोनों जिलों के प्रशासन मौत के आंकड़े को 36-36 बता रहे हैं. शराब कांड की जांच के लिए अब एसआइटी टीम इंचार्ज संजय सिंघल, मंडलायुक्त सीपी त्रिपाठी, आइजी शरद सचान के साथ शराब पीडित गांव पहुंचे हैं. एसआईटी टीम ने प्राथमिक विद्यालय में पीड़ितों के परिजनों से पूछताछ कर उनके बयान कलमबंद किए.


जांच कर रही एसआईटी की टीम ने मीडिया से कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. एसआईटी टीम का कहना है कि जांच के बाद रिपोर्ट शासन को भेजेंगे. शासन स्तर से ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जबकि सहारनपुर में देवबंद और कुशीनगर में निलंबन आदि की कार्रवाई पहले ही हो चुकी है.


कोलकी गांव के ग्राम प्रधान जयवीर वालिया ने बताया कि उनके गांव में 18 मौत, पड़ोसी गांव उमाही में 14 और आसपास के दर्जनों गांवों में कई मौतें हुई हैं. यह शराब कहा से आई किसने भेजी यह किसी को भी नहीं पता है. वहीं बसपा विधायक रहे जगपाल सिंह ने बताया कि अकेले उनकी विधान सभा क्षेत्र में 68 लोगों की मौत हुई है, जबकि 59 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.

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Intro:सहारनपुर : 8 फरवरी से शुरू हुआ जहरीली शराब कांड को उमाही और कोलकी गांव तो क्या पूरा जंडपड शायद ही भुला पायेगा। मौत बनकर आई जहरीली शराब मौत बनकर आई और सेकड़ो जिंदगियों को निगल गई। सबसे ज्यादा मौते सहारनपुर देहात विधान सभा इलाके के गांव कोलकी और उमाही में हुई है। इस विधान सभा क्षेत्र के कोलकी में 18 और उमाही में 14 लोगो समेत विभिन गांव में कुल 68 लोग जहरीली शराब के सेवन से मार चुके है जबकि 69 लोग अस्पतालो में इलाज करा रहे हैं। बावजूद इसके पुलिस और जिला आंकड़े आंकड़े खेल रहा है। जिला प्रशासन की सुई कुल 36 मौत के आंकड़े पर अटकी हुई है। जहरीली शराब मामले में अब एसआईटी की टीम जांच कर रही है। जांच में शराब पीड़ित परिवारों से पूछताछ कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाई का भरोसा दे रही है। पूर्व बसपा विधायक जगपाल सिंह ने बताया कि कि सहारनपुर देहात विधान सभा इलाके में कुल 68 लोग शराब पीने से मरे है जिनका पोस्टमार्टम उन्होंने दिन रात पीएम हाउस पर खड़े होकर कराए है। लेकिन जिला प्रशासन मौत का आंकड़ा कम क्यो बता रहा है उस बारे में वे भी नही जानते।


Body:VO 1 - उत्तराखण्ड़ और उत्तर प्रदेश में हुए 2019 के इस शराब कांड को शासन प्रशासन भले ही भूल जाये लेकिन जिन्होंने ने अपनो को खोया है उनके लिए भुलाना मुश्किल ही नही नामुमकिन है। रुड़की सहारनपुर जिले में 8 फरवरी से शुरू हुआ शराब का तांडव लगातार 130 जिंदगियों को मौत में बदल गया। जिसके बाद दोनों जिलों के प्रशासन जहां मौत के आंकड़े को 36-36 बता रहे हैं वही मौत की यह शराब कहां से आई एक दूसरे के पाले में गेंद फैंकने का खेल खेल रहे हैं। जबकि शराब कांड की जांच के लिए अब एसआइटी टीम इंचार्ज संजय सिंघल सदस्यो मंडलायुक्त सीपी त्रिपाठी, आइजी शरद सचान के साथ शराब पीडिटी गांवो पहुंच रहे हैं। बुधवार को एसआईटी टीम ने गांव उमाही , शरबतपुर, ताजपुर समेत आधा दर्ज गांवो पहुंचे। जहां एसआईटी टीम ने प्राथमिक विद्यालय में पीड़ितों के परिजनों से पूछताछ कर उनके बयान कलमबंद किये। एडीजी संजय सिंघल ने स्वयं ग्रामीणों से घटना के सम्बंध में सवाल किये जिनका जवाब पीड़ितों ने बेबाकी से दिया। इस दौरान डीएम आलोक पांडेय व एसएस पी दिनेश कुमार पी समेत स्थानीय प्रशासन का तमाम अमला भी मौजूद रहा।

VO 2- जांच कर रही एसआईटी की टीम ने मीडिया से फिलहाल कुछ भी बताने से इनकार कर दिया लेकिन सूत्रों की माने तो एडीजी रेलवे संजय सिंघल, मंडलायुक्त गोरखपुर अमित गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक गोरखपुर परिक्षेत्र जय नारायन सिंह, मंडलायुक्त सहारनपुर चंद्रप्रकाश त्रिपाठी और पुलिस महानिरीक्षक सहारनपुर शरद सचान एसआईटी सदस्य हैं। जो जांच के बाद अपनी रिपोर्ट शासन को भेज देंगे। शासन स्तर से ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी। जबकि सहारनपुर में देवबंद और कुशीनगर में निलंबन आदि की कार्यवाही पहले ही हो चुकी है। सरकार किसी दशा में दोषियों के साथ रियायत को तैयार नहीं है।

VO 3 - जनपद में 92 मौतों के बाद मातम का माहौल बना हुआ है। मृतकों के घरों में पिछले 6 दिनों से चूल्हे नही जले है। दर्जनों गांवों की गलियों में सन्नाटा और घरो में कोहराम मचा हुआ है। सबसे ज्यादा मौते सहारनपुर देहात विधान सभा क्षेत्र के गांवों में हुई है। कोलकी गांव के ग्राम प्रधान जयवीर वालिया ने बताया कि उनके गांवो में 18 मौत, पड़ोसी गांव उमाही में 14 और आसपास के दर्जनों गांवों में कई दो कही तीन मौते हुई है। यह शराब कहा से आई किसने भेजी ये किसी को भी नही पता। उधर इस सीट से बसपा विधायक रहे जगपाल सिंह ने बताया कि अकेले उनकी विधान सभा क्षेत्र में 68 लोगो की मौत हुई है जबकि 59 लोग अस्पतालो में इलाज करा रहे है। उन्होंने खुद पोस्टमार्टम हाउस पर खड़े रहकर शवों के पोस्टमार्टम कराए है। अब एसआईटी की टीम जांच कर रही है उन्हें उमीद है कि जांच के बाद जहरीली शराब के शिकार हुए परिवारों को न्याय मिल सकेगा। लेकिन सवाल ये भी है कि इतनी मौतों के बाद जिला प्रशासन मौत के आंकड़े क्यो छिपा रहा है।

बाइट - जयवीर वालिया ( ग्राम प्रधान कोलकी )
बाइट - जगपाल सिंह ( पूर्व बसपा विधायक )




Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:20 PM IST
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