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सहारनपुर: जानिए महाशिवरात्रि पर्व पर जलाभिषेक का क्या है शुभमुहूर्त - saharanpur news

सावन महीने की महाशिवरात्रि का त्यौहार यूपी में धूमधाम से मनाया जा रहा है. पंचाग के अनुसार, सावन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है. पंचाग के मुताबिक 2 बजकर 49 मिनट पर सावन मास की चौदस लग रही है, जिसके बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा.

महाशिवरात्रि.
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Published : Jul 30, 2019, 3:11 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: जिले में सावन महीने की महाशिवरात्रि का त्यौहार धूम धाम से मनाया जा रहा है. जहां सभी शिवालय भोले के रंग में रंगे हैं. वहीं शिवभक्त कांवड़िये, हरिद्वार से गंगाजल लाकर भोले बाबा को चढ़ा रहे हैं. सावन माह की चौदस को जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त मंगलवार की दोपहर 2 बजकर 49 मिनट पर है. पंचांग के मुताबिक 2: 49 बजे से चौदस का आगाज हो रहा है, जिसके बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा.

जानकारी देते बालाजी धाम के पंडित ललित शर्मा.

दोपहर 2:49 बजे के बाद है शुभ मुहुर्त

  • सावन महीने में शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल भर कर अपने शिवालयों के पहुंच रहे हैं.
  • पद यात्रा के साथ डाक कांवड़ का सिलसिला लगातार जारी है.
  • मंगलवार को महाशिवरात्रि है, इस दिन भोलेनाथ का जलाभिषेक के लिए सुबह से ही शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है.
  • पंडितों के मुताबिक जलाभिषेक के लिए दोपहर 2:49 बजे के बाद शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है.
  • पंडित ललित कुमार शर्मा ने ईटीवी को बताया कि पंचाग के मुताबिक दोपहर 2:49 बजे से सावन मास की चौदस लग रही है, जिसके बाद ही शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा.

महाशिवरात्रि भक्तों के लिए शुभ

  • उन्होंने बताया कि वैसे तो एक साल में 12 शिवरात्रि आती हैं, लेकिन सावन और फाल्गुन माह में आने वाली महाशिवरात्रि के त्योहार का अलग महत्व होता है.
  • सावन महीने की चौदस को महाशिवरात्रि का पर्व कावड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी शिवभक्तों के लिए शुभ माना जाता है.
  • चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होकर 30 जुलाई 2019 को दोपहर 2:49 बजे से 31 जुलाई 11: 57 मिनट तक रहेगी.

भक्तों की मनोकामना करते हैं पूरी

  • शुभमुहूर्त में जलाभिषेक करने से भगवान भोले नाथ अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं.
  • पंडितों के मुताबिक पंचाग के अनुसार सावन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है.
  • इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती और गणेश जी की भी पूजा की जाती है.
  • सावन महीने में भगवान शिव माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय, नंदी समेत पृथ्वी पर विराजते हैं.

सहारनपुर: जिले में सावन महीने की महाशिवरात्रि का त्यौहार धूम धाम से मनाया जा रहा है. जहां सभी शिवालय भोले के रंग में रंगे हैं. वहीं शिवभक्त कांवड़िये, हरिद्वार से गंगाजल लाकर भोले बाबा को चढ़ा रहे हैं. सावन माह की चौदस को जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त मंगलवार की दोपहर 2 बजकर 49 मिनट पर है. पंचांग के मुताबिक 2: 49 बजे से चौदस का आगाज हो रहा है, जिसके बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा.

जानकारी देते बालाजी धाम के पंडित ललित शर्मा.

दोपहर 2:49 बजे के बाद है शुभ मुहुर्त

  • सावन महीने में शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल भर कर अपने शिवालयों के पहुंच रहे हैं.
  • पद यात्रा के साथ डाक कांवड़ का सिलसिला लगातार जारी है.
  • मंगलवार को महाशिवरात्रि है, इस दिन भोलेनाथ का जलाभिषेक के लिए सुबह से ही शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है.
  • पंडितों के मुताबिक जलाभिषेक के लिए दोपहर 2:49 बजे के बाद शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है.
  • पंडित ललित कुमार शर्मा ने ईटीवी को बताया कि पंचाग के मुताबिक दोपहर 2:49 बजे से सावन मास की चौदस लग रही है, जिसके बाद ही शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा.

महाशिवरात्रि भक्तों के लिए शुभ

  • उन्होंने बताया कि वैसे तो एक साल में 12 शिवरात्रि आती हैं, लेकिन सावन और फाल्गुन माह में आने वाली महाशिवरात्रि के त्योहार का अलग महत्व होता है.
  • सावन महीने की चौदस को महाशिवरात्रि का पर्व कावड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी शिवभक्तों के लिए शुभ माना जाता है.
  • चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होकर 30 जुलाई 2019 को दोपहर 2:49 बजे से 31 जुलाई 11: 57 मिनट तक रहेगी.

भक्तों की मनोकामना करते हैं पूरी

  • शुभमुहूर्त में जलाभिषेक करने से भगवान भोले नाथ अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं.
  • पंडितों के मुताबिक पंचाग के अनुसार सावन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है.
  • इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती और गणेश जी की भी पूजा की जाती है.
  • सावन महीने में भगवान शिव माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय, नंदी समेत पृथ्वी पर विराजते हैं.
Intro:सहारनपुर : सावन महीने की महाशिवरात्रि का त्यौहार धूम धाम से मनाया जा रहा है। जहां सभी शिवालय भोले के रंग में रंगे हैं वहीं शिव भगत कावड़िये हरिद्वार से गंगाजल लाकर भोले बाबा को रिझाने में लगे है। सावन मास की चौदस को जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त मंगलवार की दोपहर 2 बजकर 49 मिनट पर शुभ माना जा रहा है। पंचाग के मुताबिक 2: 49 बजे से चौदस का आगाज हो रहा है। जिसके बाद शिव भगत कावड़िये अपने आराध्य नाथों के नाथ भोले नाथ का जलाभिषेक कर धर्म लाभ उठा सकेंगे।


Body:VO 1 - आपको बता दें कि सावन महीने में शिव भगत हरिद्वार से कावड़ में गंगाजल भर कर अपने शिवालयों के पहुंच रहे है। पद यात्रा के साथ डाक कावड़ का सिलसिला लगातार जारी है। हर किसी को सबसे पहले जलाभिषेक कर भोले नाथ को मनाने की ओड लगी हुई है। मंगलवार को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ का जलाभिषेक के लिए जहां सुबह से ही शिवालयों में श्रदालुओ का तांता लगा हुआ है। वही पंडितो के मुताबिक जलाभिषेक के लिए 2:49 बजे के बाद शुभमुहूर्त बताया जा रहा है। पंडित ललित कुमार शर्मा ने ईटीवी को बताया कि पंचाग के मुताबिक 2: 49 बजे से सावन मास की चौदस लग रही है। जिसके बाद ही शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा। उन्होंने बताया कि वैसे तो एक साल में 12 शिवरात्रि आती हैं लेकिन सावन और फाल्गुन माह में आने वाली महाशिवरात्रि के त्यौहार का अलग महत्व होता है। सावन महीने की चौदस को महाशिवरात्रि का पर्व कावड़ियों के लिए ही नही बल्कि सभी शिव भगतो के लिए शुभ माना जाता है।
चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होकर 30 जुलाई 2019 को दोपहर 2:49 बजे से 31 जुलाई 11: 57 मिनट तक रहेगी। शुभमुहूर्त में जलाभिषेक करने से भगवान भोले नाथ अपने भगतो की मनोकामना पूरी करते हैं। बताया जाता है इस भगवान शिव के साथ माता पार्वती और गणेश जी की भी पूजा की जाती है। सावन महीने में भगवान शिव माता पार्वती, गणेश और कार्तिकेय, नंदी समेत पृथ्वी पर विराजते हैं। पंडित जी ने बताया कि पंचाग के अनुसार सावन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है। शिव भगत बेलपत्र, फल , फूल, फूलमालाएं, भांग धतूरा, के साथ गंगाजल से जलाभिषेक कर भोले नाथ को मनाते है। जिससे शिव भगतो के पापो का विनाश तो होता ही है साथ घरों मे सुख शांति भी रहती है। सावन की शिवरात्रि में भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करने से जहां पुण्य लाभ मिलता है वहीं कल्याणकारी भी माना जाता है।

बाईट - पंडित ललित शर्मा ( पंडित बाला जी धाम )


Conclusion:FVO - मान्यता तो ये भी है कि महाशिवरात्रि के दिन जो भी शिव भगत सच्चे मन से भोलेनाथ की आराधना करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।


रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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