सहारनपुर: जिले में सावन महीने की महाशिवरात्रि का त्यौहार धूम धाम से मनाया जा रहा है. जहां सभी शिवालय भोले के रंग में रंगे हैं. वहीं शिवभक्त कांवड़िये, हरिद्वार से गंगाजल लाकर भोले बाबा को चढ़ा रहे हैं. सावन माह की चौदस को जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त मंगलवार की दोपहर 2 बजकर 49 मिनट पर है. पंचांग के मुताबिक 2: 49 बजे से चौदस का आगाज हो रहा है, जिसके बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा.
दोपहर 2:49 बजे के बाद है शुभ मुहुर्त
- सावन महीने में शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल भर कर अपने शिवालयों के पहुंच रहे हैं.
- पद यात्रा के साथ डाक कांवड़ का सिलसिला लगातार जारी है.
- मंगलवार को महाशिवरात्रि है, इस दिन भोलेनाथ का जलाभिषेक के लिए सुबह से ही शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है.
- पंडितों के मुताबिक जलाभिषेक के लिए दोपहर 2:49 बजे के बाद शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है.
- पंडित ललित कुमार शर्मा ने ईटीवी को बताया कि पंचाग के मुताबिक दोपहर 2:49 बजे से सावन मास की चौदस लग रही है, जिसके बाद ही शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा.
महाशिवरात्रि भक्तों के लिए शुभ
- उन्होंने बताया कि वैसे तो एक साल में 12 शिवरात्रि आती हैं, लेकिन सावन और फाल्गुन माह में आने वाली महाशिवरात्रि के त्योहार का अलग महत्व होता है.
- सावन महीने की चौदस को महाशिवरात्रि का पर्व कावड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी शिवभक्तों के लिए शुभ माना जाता है.
- चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होकर 30 जुलाई 2019 को दोपहर 2:49 बजे से 31 जुलाई 11: 57 मिनट तक रहेगी.
भक्तों की मनोकामना करते हैं पूरी
- शुभमुहूर्त में जलाभिषेक करने से भगवान भोले नाथ अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं.
- पंडितों के मुताबिक पंचाग के अनुसार सावन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है.
- इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती और गणेश जी की भी पूजा की जाती है.
- सावन महीने में भगवान शिव माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय, नंदी समेत पृथ्वी पर विराजते हैं.