ETV Bharat / state

पट्टों की श्रेणी बदलने के आरोप में 2 राजस्व अधिकारी समेत 7 गिरफ्तार

सहारनपुर में पट्टों की श्रेणी बदलने के आरोप में पुलिस ने 2 राजस्व अधिकारियों समेत 7 को गिरफ्तार किया है. इस मामले में बसपा MLC महमूद अली, पूर्व MLC हाजी समेत 12 लोगों पर खनन पट्टों के जमीन की श्रेणी बदलने का आरोप है.

पट्टों की श्रेणी बदलने के आरोप में 2 राजस्व अधिकारी समेत 7 गिरफ्तार
पट्टों की श्रेणी बदलने के आरोप में 2 राजस्व अधिकारी समेत 7 गिरफ्तार
author img

By

Published : Apr 10, 2022, 3:32 PM IST

Updated : Apr 10, 2022, 5:55 PM IST

सहारनपुर : पुलिस ने खनन माफिया हाजी इकबाल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने इस मामले में 2 राजस्व अधिकारियों समेत 7 को गिरफ्तार किया है. इस मामले में खनन माफिया हाजी इकबाल के नजदीकी व पूर्व ब्लॉक प्रमुख राव लईक को भी गिरफ्तार किया है. इस मामले में बसपा MLC महमूद अली, पूर्व MLC हाजी मोहम्मद इकबाल के बेटे मोहम्मद जावेद व तत्कालीन एसडीएम शीतल प्रसाद गुप्ता समेत 12 लोगों पर खनन पट्टों के जमीन की श्रेणी बदलने का आरोप है.

मिली जानकारी के मुताबिक, गांव शेरपुर पेलो व अली अकबरपुर में अधिकारियों की मिलीभगत से आवंटित पट्टों की जमीन की श्रेणी बदली गई थी. इस पूरे खेल में तत्कालीन एसडीएम, रजिस्ट्रार कानूनगो जनेश्वर प्रसाद और हलका कानूनगो बीरबल समेत राजस्व विभाग के कई लोग शामिल थे. बसपा MLC महमूद अली, पूर्व MLC हाजी मोहम्मद इकबाल के बेटे मोहम्मद जावेद व तत्कालीन एसडीएम शीतल प्रसाद गुप्ता समेत 12 लोग पर खनन पट्टों की जमीन की श्रेणी बदलने के आरोप लगे थे.

एसएसपी आकाश तोमर

ये था मामला

बीते 27 जुलाई 2021 को असलमपुर बरथा निवासी रणबीर सिंह ने डीएम को शिकायत की थी. शिकायत में रणधीर सिंह ने बताया था कि बेहट तहसील के तीन गांवों की करीब 745 बीघा सर्वजनिक उपयोग की जमीन पर दबंगों ने अवैध कब्जा किया है. इसमें शेरपुर पेलो गांव में 27.207 हेक्टेयर, रोशनपुर पेलो में 9.246 हेक्टेयर व अली अकबरपुर में 13.242 हेक्टेयर भूमि शामिल है. इस मामले में डीएम अखिलेश सिंह ने एसडीएम बेहट को जांच के आदेश दिए थे.

एसडीएम की जांच में पाया गया कि जिन 115 पट्टाधारकों ने आवंटित की गई जमीन को खनन माफिया हाजी इकबाल के गुर्गों को बेच दी है. हालांकि नियमानुसार पट्टाधारकों को आवंटित जमीन को बेचने का कोई अधिकार नहीं था. इसमें कानूनगो एवं लेखपाल की मिलीभगत से यह सारा खेल हुआ था.

इसके बाद पट्टे की जमीन का बड़ा हिस्सा अब्दुल वहीद एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट यानि हाजी इकबाल की ग्लोकल यूनिवर्सिटी को बेचा गया था. अधिकारियों की सांठगांठ होने के सबूत मिलने पर 14 अक्टूबर 2022 को बेहट तहसील में तैनात रजिस्ट्रार कानूनगो दिनेश कुमार की ओर से ट्रस्टियों, पट्टाधारियों व तत्कालीन एसडीएम, राजस्व निरीक्षकों के खिलाफ थाना बेहट में मुकदमा दर्ज कराया था.


एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि इस मामले में पूर्व एमएलसी एवं खनन माफिया हाजी इकबाल, तत्कालीन एसडीएम शीतला प्रसाद और मौजूदा बसपा एमएलसी महमूद अली समेत परिवार के कई सदस्य शामिल हैं. एसपी देहात अतुल शर्मा के निर्देशन में एसआईटी का गठन किया हुआ है. SIT की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच में जो लोग दोषी पाए जा रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी की जा रही है. पुलिस ने तत्कालीन रजिस्ट्रार कानूनगो जनेश्वर प्रसाद पुत्र प्रकाशचंद, राजस्व निरीक्षक बीरबल पुत्र गेंदाराम, सुरेंद्र पुत्र रघुवीर, संजय पुत्र अमर सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख एवं बसपा नेता राव लईक समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

इसे पढ़ें- जब फ्लाइट में महंगाई पर कांग्रेस नेता ने स्मृति ईरानी को घेरा, मिला जवाब- झूठ मत बोलो

सहारनपुर : पुलिस ने खनन माफिया हाजी इकबाल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने इस मामले में 2 राजस्व अधिकारियों समेत 7 को गिरफ्तार किया है. इस मामले में खनन माफिया हाजी इकबाल के नजदीकी व पूर्व ब्लॉक प्रमुख राव लईक को भी गिरफ्तार किया है. इस मामले में बसपा MLC महमूद अली, पूर्व MLC हाजी मोहम्मद इकबाल के बेटे मोहम्मद जावेद व तत्कालीन एसडीएम शीतल प्रसाद गुप्ता समेत 12 लोगों पर खनन पट्टों के जमीन की श्रेणी बदलने का आरोप है.

मिली जानकारी के मुताबिक, गांव शेरपुर पेलो व अली अकबरपुर में अधिकारियों की मिलीभगत से आवंटित पट्टों की जमीन की श्रेणी बदली गई थी. इस पूरे खेल में तत्कालीन एसडीएम, रजिस्ट्रार कानूनगो जनेश्वर प्रसाद और हलका कानूनगो बीरबल समेत राजस्व विभाग के कई लोग शामिल थे. बसपा MLC महमूद अली, पूर्व MLC हाजी मोहम्मद इकबाल के बेटे मोहम्मद जावेद व तत्कालीन एसडीएम शीतल प्रसाद गुप्ता समेत 12 लोग पर खनन पट्टों की जमीन की श्रेणी बदलने के आरोप लगे थे.

एसएसपी आकाश तोमर

ये था मामला

बीते 27 जुलाई 2021 को असलमपुर बरथा निवासी रणबीर सिंह ने डीएम को शिकायत की थी. शिकायत में रणधीर सिंह ने बताया था कि बेहट तहसील के तीन गांवों की करीब 745 बीघा सर्वजनिक उपयोग की जमीन पर दबंगों ने अवैध कब्जा किया है. इसमें शेरपुर पेलो गांव में 27.207 हेक्टेयर, रोशनपुर पेलो में 9.246 हेक्टेयर व अली अकबरपुर में 13.242 हेक्टेयर भूमि शामिल है. इस मामले में डीएम अखिलेश सिंह ने एसडीएम बेहट को जांच के आदेश दिए थे.

एसडीएम की जांच में पाया गया कि जिन 115 पट्टाधारकों ने आवंटित की गई जमीन को खनन माफिया हाजी इकबाल के गुर्गों को बेच दी है. हालांकि नियमानुसार पट्टाधारकों को आवंटित जमीन को बेचने का कोई अधिकार नहीं था. इसमें कानूनगो एवं लेखपाल की मिलीभगत से यह सारा खेल हुआ था.

इसके बाद पट्टे की जमीन का बड़ा हिस्सा अब्दुल वहीद एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट यानि हाजी इकबाल की ग्लोकल यूनिवर्सिटी को बेचा गया था. अधिकारियों की सांठगांठ होने के सबूत मिलने पर 14 अक्टूबर 2022 को बेहट तहसील में तैनात रजिस्ट्रार कानूनगो दिनेश कुमार की ओर से ट्रस्टियों, पट्टाधारियों व तत्कालीन एसडीएम, राजस्व निरीक्षकों के खिलाफ थाना बेहट में मुकदमा दर्ज कराया था.


एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि इस मामले में पूर्व एमएलसी एवं खनन माफिया हाजी इकबाल, तत्कालीन एसडीएम शीतला प्रसाद और मौजूदा बसपा एमएलसी महमूद अली समेत परिवार के कई सदस्य शामिल हैं. एसपी देहात अतुल शर्मा के निर्देशन में एसआईटी का गठन किया हुआ है. SIT की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच में जो लोग दोषी पाए जा रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी की जा रही है. पुलिस ने तत्कालीन रजिस्ट्रार कानूनगो जनेश्वर प्रसाद पुत्र प्रकाशचंद, राजस्व निरीक्षक बीरबल पुत्र गेंदाराम, सुरेंद्र पुत्र रघुवीर, संजय पुत्र अमर सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख एवं बसपा नेता राव लईक समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

इसे पढ़ें- जब फ्लाइट में महंगाई पर कांग्रेस नेता ने स्मृति ईरानी को घेरा, मिला जवाब- झूठ मत बोलो

Last Updated : Apr 10, 2022, 5:55 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.