सहारनपुर : जनपद के बेहट तहसील के गांव हुसैन मलकपुर और गांव शाहपुर के लोग नदी पर पुल, तटबंध एंव बाढ़ में ध्वस्त हुए मुख्य मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. एसडीएम जब धरना स्थल पर ग्रामीणों को शांत कराने पहुंचे तो उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि भाजपा को वोट दिए थे क्या ? जब वोट नहीं दिया तो काम की उम्मीद क्यों करते हो? एसडीएम के इस तरीके के जवाब से ग्रामीणों में रोष व्यापत है.
लोकसभा चुनाव के पहले भी ग्रामीणों ने दिया था धरना -
नदी पर पुल, तटबंध एंव बाढ़ में ध्वस्त हुए मुख्य मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर जून महीने में चुनाव से पहले भी ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठे थे. ग्रामीणॊं की लगातार बिगड़ती हालत को देखकर जब सहारनपुर प्रशासन गम्भीर हुआ.
वहां पर उन्होंने जेसीबी मशीन लगाकर तुरन्त तटबंध व सड़कों के निर्माण कार्य को शुरू करवाया तथा इसके साथ ही नदी के पुल के प्रस्ताव के लिए भी जल्द मंजूरी की घोषणा भी की थी. लेकिन चुनाव के बाद फिर से वंहा पर कार्य बंद हो गया और कोई सुनवाई नहीं हुई. ग्रामीणों ने सरकार व नेताओं का ध्यान इस ओर लाने के लिए लोकसभा चुनाव का बहिष्कार भी किया था.
एसडीएम की ऐसी मंशा नही हो सकती और यदि उन्होंने ऐसा कहा है तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
- आलोक कुमार पाण्डेय, जिलाधिकारी