सहारनपुर : सरकारी हैंडपंप के मामले में धरना देने जाने के दौरान हिरासत में लिए गए कांग्रेस के दो विधायकों नरेश सैनी व मसूद अख्तर को पुलिस ने निजी मुचलका पर रिहा कर दिया है. इन दोनों विधायकों को छुड़ाने के लिए खुद कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद पुलिस लाइन गए थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ के साथ राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद पुलिस लाइन पहुंचे. जहां उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से बात की, जिसके बाद दोनों विधायकों को निजी मुचलके पर छोड़ा गया.
हैंडपंप उखाड़े जाने पर शुरू हुआ बवाल
यह पूरा मामला जनपद सहारनपुर के कस्बा बेहट का है. बेहट कस्बे के मोहल्ला मनिहारान में करीब 40 वर्ष पुराना एक सरकारी हैंडपंप लगा हुआ था. जिसे एक दुकानदार की शिकायत पर स्थानीय प्रशासन ने उखड़वा दिया. हैंडपंप उखाड़े जाने के विरोध में कांग्रेस के बेहट विधायक नरेश सैनी, सहरानपुर देहात विधायक मसूद अख्तर, सपा नेता व पूर्व एमएलसी उमर अली खान, ने धरना दिया था. इस दौरान मौके पर पहुंचे एसडीएम ने उसी स्थान पर दोबारा हैंडपंप लगाए जाने का आश्वासन दिया था, जिसके बाद धरना समाप्त हो गया था. लेकिन एसडीएम के उसी स्थान पर दोबारा हैंडपंप लगाए जाने के आश्वासन के बाद बवाल खड़ा हो गया. अब इसके विरोध में हिंदू संगठन खड़े हो गए हैं. हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि दोबारा उस स्थान पर हैंडपंप लगाया गया तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे. वहीं अब इस मामले में भीम आर्मी भी कूद पड़ी है.
हैंडपंप विवाद में कूदे राजनीतिक दल
बता दें कि कस्बा बेहट के मोहल्ला मनिहारान में एक दुकान के पास सरकारी हैंडपंप लगा हुआ था. रविवार को नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ने पुलिस बल को साथ लेकर हैंडपंप को वहां से हटवा दिया. इसके बाद वहां के लोगों ने कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायक नरेश सैनी, सहारनपुर देहात से विधायक मसूद अख्तर, पूर्व मंत्री शायान मसूद पूर्व एमएलसी उमर अली खान, नगर पंचायत अध्यक्ष अब्दुल रहमान को सूचना दी थी. सूचना मिलते ही जनप्रतिनिधि धरने पर बैठ गए. चार घण्टे चले धरने के बाद, एसडीएम दीप्ती देव के द्वारा हैंडपंप दोबारा से लगवाए जाने के आश्वासन पर धरना समाप्त हो गया. लेकिन सोमवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने, हैंडपंप दोबारा उसी जगह लगवाए जाने के विरोध में थाने पर प्रदर्शन किया और एक ज्ञापन एसडीएम को दिया. बजरंग दल के प्रदर्शन के बाद भीम आर्मी मैदान में कूद पड़ी. भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनजीत सिंह नोटियाल ने हैंडपंप दोबारा लगाने की मांग पर अड़ गए और वो भी धरने पर बैठ गए.
हैंडपंप उखाड़ने पर गरमाई सियासत
दुकान स्वामी पंडित मुरारी झा का कहना है कि उनकी एक दुकान मोहल्ला मनिहारान में स्थित है. इसके सामने एक सरकारी हैंडपंप लगा हुआ है, जिसकी वजह से हम अपना कारोबार नहीं कर पा रहे थे. क्योंकि हैंडपंप अवरोधक बन रहा था. उन्होंने इसकी सूचना प्रशासन को दी, जिसके बाद प्रशासन ने वहां से हैंडपंप हटवा दिया. आरोप है कि इसके बाद विधायक नरेश वहां पहुंचे और अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए प्रशासन पर दबाब बनाया. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थित में हमे पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. वहीं दूसरी ओर मोहल्ला वासियों का कहना है कि हमने 27 फरवरी को उपजिलाधिकारी बेहट से लिखित में शिकायत की थी कि हमारे मोहल्ले में पीने के पानी के लिए हैंडपंप 40 वर्षों से लगा हुआ था, जिसको नगर पंचायत उखाड़ देना चाहता है. आरोप है कि शिकायत के बाद भी नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ने वहां से हैंडपंप उखाड़ दिया.
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हिरासत में लिए गए कांग्रेस के 2 विधायक
हैंडपंप हटाये जाने और दोबारा लगवाए जाने को लेकर कस्बे का माहौल गर्म है. बेहट विधायक नरेश सैनी, व सहारनपुर देहात विधायक मसूद अख्तर जब धरने पर बैठे थे, तो उन्होंने एसडीएम दीप्ति देव से कहा था कि हैंडपंप प्रशासन ने दबाव में हटाया है. अगर किसी भी व्यक्ति को हैंडपंप से परेशानी थी, तो प्रशासन को और मोहल्ल वासियों को विश्वास में लेकर उनसे एक सहमति पत्र लेना चाहिए था. लेकिन प्रशासन ने ऐसा न करके एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. आज फिर से हैंडपंप लगाने के समर्थन में कांग्रेसी विधायक मसूद अख्तर, विधायक नरेश सैनी बेहट में धरना देने के लिए जा रहे थे, कि प्रशासन ने रोककर इन लोगों को हिरासत में ले लिया है. हालांकि पुलिस ने निजी मुचलके पर दोनों विधायकों को कुछ देर बाद रिहा कर दिया.