सहारनपुर : भगोड़े खनन माफिया हाजी इकबाल उर्फ बाला की मुश्किलें बढ़ रही हैं. कोर्ट के आदेश पर सहारनपुर पुलिस ने साढ़े पांच करोड़ की प्रॉपर्टी की रिकवरी की है. मामला खनन माफिया हाजी इकबाल उर्फ बाला की ग्लोकल यूनिवर्सिटी से जुड़ा है. 2012 में हरियाणा के यमुनानगर निवासी करमजीत सिंह ने यूनिवर्सिटी में शटरिंग का काम किया था. इस काम का बिल डेढ़ करोड़ आया जबकि शटरिंग के लिए 4.50 करोड़ रुपये का सामान भी लगा. हाजी इकबाल उर्फ बाला ने करमजीत सिंह को किराया दिया. इसके अलावा सामान भी नहीं उठाने दिया.
इसके बाद करमजीत सिंह ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए न्याय की गुहार लगाई . काफी लंबी इंतजार के बाद कोर्ट के आदेश के बाद सोमवार को मिर्जापुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक हृदय नारायण सिंह, अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक के के सिंह और बादशाही बाग पुलिस चौकी प्रभारी असगर अली ने हाजी इकबाल उर्फ बाला की ग्लोकल यूनिवर्सिटी पर छापेमारी की.
के के सिंह ने बताया ति यमुनानगर निवासी करमजीत सिंह ने हाजी इकबाल उर्फ बाला, महमूद अली, वाजिद, अलीशान, जावेद व अफजाल सहित 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. कोर्ट के आदेश पर हाजी इकबाल उर्फ बाला सहित ग्यारह लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं. इसके बाद कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए के सामान की रिकवरी की गई है. पुलिस कार्रवाई के दौरान पीड़ित करमजीत सिंह भी पुलिस के साथ मौजूद रहा.
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