सहारनपुर: जिले को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद जोर शोर से चल रही है. यहां सड़कों और गलियों में निर्माण कार्य किए जा रहे हैं. वहीं, आबादी इलाके में भी पशु डेयरी हटवाने की कार्रवाई की जा रही है. पशु डेयरी नहीं हटाने पर डेयरी संचालकों पर न सिर्फ जुर्माना लगाया जा रहा है बल्कि, जुर्माना नहीं भरने पर भैंसे भी जब्त की जा रही हैं. मंगलवार को नगर निगम अधिकारियों ने जनसुनवाई में आई शिकायत के आधार पर शनिवार को कार्रवाई करते हुए एक पशु डेयरी पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया. जुर्माना अदा न करने पर निगम अधिकारियों ने दो भैंसों को जब्त कर लिया. नगर निगम की इस कार्रवाई से डेयरी संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है.
बता दें कि बीते मंगलवार को नगर आयुक्त गजल भारद्वाज जनसुनवाई कर रही थीं. इसी दौरान शिकायत मिली थी कि गिल कॉलोनी में ढमोला किनारे पशु डेयरी चलाकर नदी में गोबर बहाया जा रहा है. आस पास भी डेयरी के कारण काफी गंदगी रहती है और बीमारियां फैलने का खतरा रहता है. मोहल्ले की गलियों में भी गोबर पड़ा रहता है, जिससे स्थानीय लोगों का निकलना दुश्वार हो रहा है.
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जनसुनवाई में आई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त ने शनिवार को संबधित अधिकारी को डेयरी हटाने के निर्देश दिए. इसके बाद नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी ने निगम की टीम के साथ पहुंचकर जांच की तो शिकायत को सही पाई. पशु डेयरी संचालक पर निगम अधिकारियों ने 10 हजार का जुर्माना लगाया. डेयरी संचालक ने जुर्माना नहीं चुकाया तो अधिकारियों ने उसकी दो भैंसों को जब्त कर गौशाला भिजवा दिया. भैंस जब्त किए जाने के बाद डेयरी संचालक को जुर्माना भरकर अपनी भैसों को मुक्त कराना पड़ा. निगम अधिकारियों ने आबादी इलाके से डेयरी हटाने का अल्टीमेटम दिया है.
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