सहारनपुर: एक ओर जहां योगी सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावा कर रही है. वहीं सरकारी अस्पतालों में तैनात डॉक्टरों और स्टाफ की मनमानी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा खोखला साबित हो रहा है. ऐसा ही मामला सहारनपुर जिला अस्पताल से सामने से आया है. यहां जिला अस्पताल का निरीक्षण करने राज्यमंत्री जसवंत सैनी पहुंचे थे. अस्पताल के इमरजेंसी के बाहर एक मरीज तड़पता एक मरीज मंत्री को देखकर चीखने-चिल्लाने लगा. मंत्री ने मौके से चिकित्सकों को बुलाकर जमकर फटकार लगाई. इसके बाज तड़पते मरीज को इलाज के लिए भर्ती करवाया. इसके बाद भी मंत्री मीडिया से बात करते हुए अस्पताल के चिकित्सकों की जमकर तारीफ की.
इमरजेंसी के बाहर तड़पता मिला मरीज
बता दें कि इन दिनों देश भर में भाजपा नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर "आयुष्मान भव:" पखवाड़ा चलाया जा रहा है. इस अवसर पर भाजपा नेता और मंत्री सरकारी योजनाओं को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं. इस कड़ी में सोमवार को योगी सरकार में औधोगिक विकास के राज्य मंत्री जसवंत सैनी जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए. जैसे ही मंत्री इमरजेंसी वार्ड के पास पहुंचे. इसी दौरान इमरजेंसी के चबूतरे के पास घायल पड़ा एक मरीज चीखने-चिल्लाने लगा. मरीज को चिल्लाते देख मंत्री जसवंत सैनी उसके पास गए. मरीज ने मंत्री से अपना दर्द बताया. इसके साथ ही अस्पताल से इलाज करवाने की गुहार लगाई. इसके बाद मंत्री ने अस्पताल के चिकित्सकों को जमकर फटकार लगाई.
चिकित्सकों ने मरीज को नहीं किया था भर्ती
वीडियो में चबूतरे पर पड़ा मरीज दर्द से कराह रहा है. मरीज मंत्री से इलाज कराने के लिए बोल रहा है. मरीज ने मंत्री से बताया कि इलाज ही नहीं चिकित्सकों ने उसे भर्ती करने से भी मना कर दिया है. उसके पैर में गंभीर चोट लगी है. पैर में पट्टियां बंधी हुई हैं. इसके बाद भी चिकित्सकों ने उसे अस्पताल से बाहर निकाल दिया. हालांकि मंत्री को अस्पताल में देखते ही चिकित्सकों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में चिकित्सकों ने मरीज को इलाज के लिए भर्ती किया. जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
मंत्री के मौसा की इलाज के अभाव में हुई थी मौत
गौरतलब है कि 5 दिन पहले सहारनपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में लोक निर्माण विभाग के मंत्री कुंवर बृजेश सिंह के मौसा को इलाज नहीं मिला था. जिससे उसकी मौत हो गई थी. इतना ही नहीं बुजुर्ग की मौत के बाद मंत्री के कहने पर भी स्ट्रेचर और एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिली थी. जिसकी वजह से मंत्री के मौसेरे भाई अपने पिता को गोद में लेकर जाना पड़ा था. लगातार जिला अस्पताल में हो रही लापरवाही की वजह से मरीज परेशान हैं. इसके बावजूद भी योगी सरकार के मंत्री चिकित्सकों की तारीफ कर रहे हैं. मंत्रिओं का कहना है कि अस्पताल में किसी भी तरह की कोई असुविधा नहीं है.
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