सहारनपुर: जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर देखने को मिला है. कोविड स्पेशल हॉस्पिटल के नाम पर 9 करोड़ रुपये के बिल भेजने की खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था. इस खबर पर संज्ञान लेते हुए डीएम ने हॉस्पिटल पर कार्रवाई के निर्देश दिए है. वहीं ग्लोकल मेडिकल कॉलेज बैकफुट पर आ गया है. कार्रवाई के डर से कॉलेज प्रशासन ने भेजे गए बिलों को न सिर्फ कैंसिल करने की मांग की है. बल्कि अब सेवाभाव भी दिखाने लगा है. डीएम के मुताबिक यूनिवर्सिटी के वीसी ने पत्र भेजकर सभी बिल वापस करने की बात कही है.
जिला प्रशासन ने थाना मिर्जापुर इलाके की ग्लोकल यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में 400 बेड का कोविड-19 एल वन हॉस्पिटल बनाया था, जहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया. इस दौरान डॉक्टरों से लेकर दवाइयां और मरीजों के खाने-पीने के सभी सामान जिला प्रशासन ने मुहैया कराए थे. जबकि मेडिकल कॉलेज के केवल भवन को ही इस्तेमाल किया गया था.
हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने मौखिक रूप से ये सेवाएं नि:शुल्क देने की बात कही थी. बावजूद इसके बाद में कॉलेज प्रबंधन ने 9 करोड़ रुपये का खर्च होना बताकर एक के बाद एक कई बिल प्रशासन को भेज दिए. ETV भारत ने तीन दिन पहले फर्जी बिलों की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में बैकफुट पर आ गया.
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कॉलेज प्रबंधन में सेवाभाव दिखाते हुए 9 करोड़ रुपये के बिल वापस लेने की मांग की है. वहीं जिलाधिकारी अखिलेश सिंह इन बिलों की जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि ग्लोकल मेडिकल कॉलेज ने सीएमओ के माध्यम से 9 करोड़ के बिल भेजे थे. एसडीएम बेहट के नेतृत्व में टीम गठित कर इन बिलों की जांच कराई जा रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि मेडिकल कॉलेज ने 9 करोड़ रुपये किन मदों में खर्च किए हैं. हालांकि अब यूनिवर्सिटी के वीसी ने पत्र भेजकर इन बिलो को कैंसिल करने की मांग की है.