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सहारनपुर के तीन कार्यालय एक साथ हुए ISO प्रमाणित - up news

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ने स्वच्छता मिशन और पौधारोपण अभियान के तहत गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के बाद एक और उपलब्धि हासिल की है. जिला प्रशासन के प्रयास से जिले के तीन प्रमुख कार्यालयों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आईएसओ प्रमाणित किया गया है.

सहारनपुर के तीन कार्यालय हुए ISO प्रमाणित.
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Published : Sep 9, 2019, 8:26 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: जिले ने स्वच्छता मिशन और पौधारोपण अभियान के तहत अपना नाम गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने के बाद अब एक ओर उपलब्धि अपने नाम की है. जिला प्रशासन के प्रयास से जिले के तीन प्रमुख कार्यालय कलेक्ट्रेट, विकास भवन और तहसील सदर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आईएसओ प्रमाणित किए गए हैं. जिसके बाद सहारनपुर तीन कार्यालय एक साथ ISO प्रमाणित कराने वाला पहला जनपद बन गया है.

सहारनपुर के तीन कार्यालय हुए ISO प्रमाणित.

क्या है ISO
आईएसओ एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय संस्था है. जो गुणवत्ता प्रबंधन के मानक स्थापित करती है. दुनिया भर के उपचार से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि इन मानकों की जांच परख करते हैं. कोई संस्था हो या फिर सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय सभी को ISO प्रमाण पत्र लेने के लिए ऑडिट पास करना जरूरी होता है. ISO का एक स्टैंडर्ड पॉइंट्स होते है जिन्हें फॉलो करना होता है. जिसके बाद ISO संस्था से यह सर्टिफिकेट मिलता है.

यह भी पढ़ें: मुजफ्फरनगर: दो पक्षों में जमकर चले डंडे और पत्थर, कई घायल

शुरू की गई स्वच्छ एवं दक्ष परियोजना
जिला प्रशासन ने कार्यालयों को ISO से प्रमाणित कराने के लिए स्वच्छ एवं दक्ष परियोजना शुरू की थी. इस योजना का जिम्मा सिटी मजिस्ट्रेट पंकज कुमार को दिया गया था. इसके लिए बाकायदा तीनों कार्यलयों में सिस्टम, प्रोसेस, इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी में सुधार किए गए थे. जिसके बाद कलेक्ट्रेट सहारनपुर, विकास भवन और तहसील सदर तीनों एक साथ ISO 9001 से प्रमाणित किये गए.

यह भी पढ़ें: ...अब परिषदीय विद्यालयों में भी लागू होगा NCERT पाठ्यक्रम

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने तीनों कार्यालयों के प्रभारियों को ISO प्रमाण पत्र दिए गए हैं. सहारनपुर तीन कार्यालय एक साथ ISO प्रमाणित कराने वाला पहला जनपद बन गया है.
आलोक कुमार पांडे, जिलाधिकारी

सहारनपुर: जिले ने स्वच्छता मिशन और पौधारोपण अभियान के तहत अपना नाम गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने के बाद अब एक ओर उपलब्धि अपने नाम की है. जिला प्रशासन के प्रयास से जिले के तीन प्रमुख कार्यालय कलेक्ट्रेट, विकास भवन और तहसील सदर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आईएसओ प्रमाणित किए गए हैं. जिसके बाद सहारनपुर तीन कार्यालय एक साथ ISO प्रमाणित कराने वाला पहला जनपद बन गया है.

सहारनपुर के तीन कार्यालय हुए ISO प्रमाणित.

क्या है ISO
आईएसओ एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय संस्था है. जो गुणवत्ता प्रबंधन के मानक स्थापित करती है. दुनिया भर के उपचार से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि इन मानकों की जांच परख करते हैं. कोई संस्था हो या फिर सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय सभी को ISO प्रमाण पत्र लेने के लिए ऑडिट पास करना जरूरी होता है. ISO का एक स्टैंडर्ड पॉइंट्स होते है जिन्हें फॉलो करना होता है. जिसके बाद ISO संस्था से यह सर्टिफिकेट मिलता है.

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शुरू की गई स्वच्छ एवं दक्ष परियोजना
जिला प्रशासन ने कार्यालयों को ISO से प्रमाणित कराने के लिए स्वच्छ एवं दक्ष परियोजना शुरू की थी. इस योजना का जिम्मा सिटी मजिस्ट्रेट पंकज कुमार को दिया गया था. इसके लिए बाकायदा तीनों कार्यलयों में सिस्टम, प्रोसेस, इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी में सुधार किए गए थे. जिसके बाद कलेक्ट्रेट सहारनपुर, विकास भवन और तहसील सदर तीनों एक साथ ISO 9001 से प्रमाणित किये गए.

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मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने तीनों कार्यालयों के प्रभारियों को ISO प्रमाण पत्र दिए गए हैं. सहारनपुर तीन कार्यालय एक साथ ISO प्रमाणित कराने वाला पहला जनपद बन गया है.
आलोक कुमार पांडे, जिलाधिकारी

Intro:सहारनपुर : उत्तर प्रदेश के जनपद सहारनपुर ने स्वच्छता मिशन और पौधारोपण अभियान के तहत गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के बाद अब एक ओर उपलब्धि अपने नाम की हैं। जिला प्रशासन के प्रयास से जिले के तीन प्रमुख कार्यालय अतर्राष्ट्रीय स्तर पर आईएसओ प्रमाणित किए गए है। शुक्रवार को कस्बा गंगोह पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ संबंधित अधिकारियों को आईएसओ संस्था से आए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है बल्कि जिला प्रशासन की हौसला अफजाई भी की है। कलेक्ट्रेट, विकास भवन और तहसील सदर में संस्था द्वारा प्रस्तावित मानक पूरे कर एक साथ तीन कार्यालय आईएसओ प्रमाणित आने वाला पहला जनपद होने का गौरव प्राप्त किया है।


Body:VO 1 - आपको बता दें कि आईएसओ एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो गुणवत्ता प्रबंधन के मानक स्थापित करती है दुनिया भर के उपचार से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि इन मानकों की जांच परख करते हैं। कोई संस्था हो या फिर सरकारी गैर सरकारी कार्यलय ISO प्रमाण पत्र लेने के लिए ऑडिट पास करना जरूरी होता है। जिसके बाद संस्था द्वारा उनको ISO प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि सहारनपुर जिले की कलेक्ट्रेट, विकास भवन और तबसील सदर में संस्था के नियमानुसार मानक पूरे कर ISO 9001:2015 प्रमाणित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा इन कार्यलयों को ISO से प्रमाणित कराने के लिए स्वच्छ एवं दक्ष परियोजना शुरू की थी। इस योजना का जिम्मा सिटी मजिस्ट्रेट पंकज कुमार को दी गई थी। इसके लिए बाकायदा गुरुग्राम की इशिता कंसल्टिंग के अधिकारी पंकज माथुर की देखरेख में तीनों कार्यलयों में सिस्टम, प्रोसेस, इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी में सुधार किए गए। उन्होंने बताया कि कलेक्ट्रेट सहारनपुर, विकास भवन और तहसील सदर तीनो एक साथ ISO 9001 से प्रमाणित किये गए है। ISO 9001 प्रमाणित होने का उद्देश्य फिटर गवर्नेंस और रुके हुए कार्यो में गतिशीलता लाने में मददगार साबित होगा। फ़ाइल और डॉक्यूमेंट सिस्टम को लागू किया गया है। इसके लिए कई चीजे ऑनलाइन कर दी गई है। पूरे कलेक्ट्रेट और इसका इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत अच्छा किया गया है। ISO का एक स्टैंडर्ड पॉइंट्स होते है जिन्हें फॉलो करना होता है जिसके बाद ISO संस्था से यह सर्टिफिकेट मिलता है। संस्था द्वारा सभी मानकों को तीनों कार्यलयों ने पूरा कर लिया है। लोगो की जनसमस्याओं को हल और निस्तारण करने के लिए ज्यादा अच्छे तरीके से लाभ मिलेगा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री से सहारनपुर दौरे पर आए थे उनके द्वारा तीनो कार्यलयों के प्रभारियों को यह ISO प्रमाण पत्र दिए गए हैं।


बाईट - आलोक कुमार पांडे ( जिलाधिकारी )


Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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