सहारनपुर: जिले ने स्वच्छता मिशन और पौधारोपण अभियान के तहत अपना नाम गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने के बाद अब एक ओर उपलब्धि अपने नाम की है. जिला प्रशासन के प्रयास से जिले के तीन प्रमुख कार्यालय कलेक्ट्रेट, विकास भवन और तहसील सदर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आईएसओ प्रमाणित किए गए हैं. जिसके बाद सहारनपुर तीन कार्यालय एक साथ ISO प्रमाणित कराने वाला पहला जनपद बन गया है.
क्या है ISO
आईएसओ एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय संस्था है. जो गुणवत्ता प्रबंधन के मानक स्थापित करती है. दुनिया भर के उपचार से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि इन मानकों की जांच परख करते हैं. कोई संस्था हो या फिर सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय सभी को ISO प्रमाण पत्र लेने के लिए ऑडिट पास करना जरूरी होता है. ISO का एक स्टैंडर्ड पॉइंट्स होते है जिन्हें फॉलो करना होता है. जिसके बाद ISO संस्था से यह सर्टिफिकेट मिलता है.
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शुरू की गई स्वच्छ एवं दक्ष परियोजना
जिला प्रशासन ने कार्यालयों को ISO से प्रमाणित कराने के लिए स्वच्छ एवं दक्ष परियोजना शुरू की थी. इस योजना का जिम्मा सिटी मजिस्ट्रेट पंकज कुमार को दिया गया था. इसके लिए बाकायदा तीनों कार्यलयों में सिस्टम, प्रोसेस, इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी में सुधार किए गए थे. जिसके बाद कलेक्ट्रेट सहारनपुर, विकास भवन और तहसील सदर तीनों एक साथ ISO 9001 से प्रमाणित किये गए.
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मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने तीनों कार्यालयों के प्रभारियों को ISO प्रमाण पत्र दिए गए हैं. सहारनपुर तीन कार्यालय एक साथ ISO प्रमाणित कराने वाला पहला जनपद बन गया है.
आलोक कुमार पांडे, जिलाधिकारी