सहारनपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंगलवार को चौथा बजट पेश किया है. बजट में तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को 500 रुपये महीना पेंशन देने की घोषणा की गई है. देवबंदी उलेमाओं ने तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को 500 रुपये महीना पेंशन देने को एक भद्दा मजाक करार दिया है. उलेमाओं ने महिलाओं को 5 हजार रुपये महीना पेंशन देने की मांग की है. उलेमाओ का साफ कहना है कि सरकार को देने ही हैं तो 5000 रुपये पेंशन दे, वरना इस फैसले को वापस लिया जाए.
योगी सरकार ने तीन तलाक पीड़ित महिलाओ के आर्थिक मदद के लिए 500 रुपये महीना पेंशन की घोषणा की. देवबंदी उलेमाओ ने इस पेंशन को ऊंट के मुंह मे जीरा बताया है. कारी इशहाक गोरा का कहना है कि यदि सरकार तलाक पीड़ित महिलाओं को पेंशन ही देना चाहती है, तो कम से कम 5 हजार रुपये महीना दे. मंहगाई के दौर में 500 रुपये में कुछ नहीं होता है. 500 रुपये की पेंशन देकर योगी सरकार महिलाओ के साथ भद्दा मजाक कर रही है. देवबंदी उलेमा इसकी निंदा करते हैं.
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फतवा विभाग ऑनलाइन मोबाइल सर्विस के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारूकी ने भी योगी सरकार पर भड़ास निकालते हुए तीन तलाक पीड़ित महिलाओं के लिए दी गई पेंशन को बहुत कम बताया. उन्होंने पेंशन की रकम को बढ़ाने की मांग की है.