सहारनपुर: गर्भवती महिलाओं को यदि रोजा रखने से कोई परेशानी होती है, तो वो रोजा छोड़ सकती हैं. ऐसी महिलाएं डिलीवरी होने के बाद जब वो स्वस्थ हो जाएं उसके बाद रोजा की कजा कर सकती हैं.
देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा, कि अगर किसी भी गर्भवती महिला को रोजा रखने से कोई परेशानी होती है या डॉक्टरों ने सलाह दी है कि यदि वह रोजा रखती हैं, तो बच्चे को परेशानी होगी. ऐसी सूरत में शरीयत ने इजाजत दी है कि वह रोजा ना रखें. डिलीवरी के बाद ऐसी महिलाएं रोजा की कजा कर सकती हैं.