सहारनपुर: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव जोर शोर से चल रहा है. प्रथम चरण के लिए मेयर, नगर पालिका अध्यक्ष, पार्षद और सभासद के लिए सोमवार को अतिंम दिन नामांकन पत्र दाखिल किए गए. सहारनपुर की बात करें तो यहां नगर निकाय चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन कलेक्ट्रेट में महापौर पद के प्रत्याशी नामांकन करने पहुंचे, जहां सभी पार्टियों के प्रत्यशियों ने अपना नामांकन किया है. भाजपा से डॉ. अजय सिंह, समाजवादी पार्टी से नूर मलिक, बसपा से इमरान मसूद की समधन खदीजा मसूद, कांग्रेस पार्टी से एडवोकेट प्रदीप वर्मा और आम आदमी पार्टी से सहदेव सिंह ने मेयर पद के लिए नामांकन किया.
हैरत की बात ये है कि बीते छह दनों में सहारनपुर नगर निगम के मेयर के लिए किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन नहीं किया था. वहीं, सोमवार को अंतिम दिन पर्चे भरने के लिए सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के साथ साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने नामांकन पात्र दाखिल किया है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होते ही सहारनपुर मेयर के लिए दावेदारों की लम्बी लाइन लगी थी. सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता कहे जाने वाले इमरान मसूद की समधन एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. काजी रशीद मसूद की पुत्र वधु को प्रत्याशी घोषित किया था. वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा से पूर्व मेयर संजीव वालिया, राजकुमार राजू, भगत सिंह, पुष्पेंद्र चौधरी, डॉ अजय सिंह समेत दर्जनों लोग टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन भाजपा हाईकमान ने तमाम समीकरण स्थानीय नेताओं से मिले फीडबैक के आधार पर अतिंम दिनों में डॉ. अजय सिंह के नाम पर फाइनल मोहर लाकर प्रत्याशी बनाया है. डॉ अजय सिंह पेशे से चिकित्सक हैं. दिल्ली रोड सहारनपुर में इनका मेडीग्राम नाम से अपना बड़ा अस्पताल है.
कलेक्ट्रेट में नामांकन करने पहुंचे भाजपा प्रत्याशी डॉ. अजय सिंह ने बताया कि वे विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे. पीएम मोदी और सीएम योगी द्वारा कराये गए विकास कार्यों के लिए वोट मांगेगे. महानगर का विकास करने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे. वहीं, बसपा प्रत्याशी खदीजा मसूद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अपने ससुर स्व. काजी रशीद मसूद द्वारा कराये कार्यों का हवाला देते हुए कहा कि जिस तरह उनके ससुर ने जनपद एवं प्रदेशवासियों के लिए काम किए हैं, उसी तरह वे भी मेयर बनने के बाद सच्ची मेहनत और लगन से महानगर को स्मार्ट सिटी बनाने पर जोर देंगी.
उधर, कांग्रेस से प्रत्याशी बनकर आए अधिवक्ता प्रदीप वर्मा ने बताया कि वे पेशे से वकील हैं, लेकिन उन्होंने 12 साल कंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ काम किया है, जिससे उन्हें शहर में होने वाले विकास कार्यों की पूरी जानकारी है. यही वजह है कि वे महानगर सहारनपुर को देश का सबसे बेहतर शहर बनाएंगे. प्रदेश में लॉ एंड आर्डर की बिगड़ती स्तिथि और विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं. प्रदीप वर्मा का दावा है कि निकाय चुनाव में उनकी जीत पक्की है. सपा ने सहारनपुर देहात से विधायक आशु मलिक के भाई नूर हसन मलिक को अपना प्रत्याशी बनाया है.
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