सहारनपुर: दशहरा पर दहन किए जाने वाले रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को बनाने का काम अंतिम चरणों में है. जिले में इस बार रावण का पुतला 25 फीट जबकि कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले 21-21 फीट ऊंचे बनाए जा रहे हैं. देवबंद के जाहिद हसन व उनके बेटे जावेद खान पुतलों को अंतिम रुप देने में जुटे हुए हैं.
पुश्तैनी काम को दे रहे अंजाम
रविवार को देवबन्द के देवीकुंड मैदान में रावण का पुतला बनाने में जुटे जाहिद हसन ने बताया कि उन्होंने पुतले बनाने का हुनर अपने ससुर नाजिर हसन से सीखा है. नाजिर हसन ने भी करीब 30 साल तक पुतले बनाने में अपनी कला दिखाई. उसके बाद जाहिद हसन ने इस काम को संभाल लिया. पिछले पांच सालों से वह बेटे जावेद और इसरार के साथ पुतले बनाने का काम कर रहे हैं.
जाहिद ने क्या बताया
जाहिद ने बताया कि उनके ससुर तो देवबंद से बाहर भी पुतले बनाने के लिए जाते थे, लेकिन अब उन्हें देवबंद में ही पुतला बनाने का कार्य मिल जाता है. जाहिद बताते हैं कि पुतला बनाने में उन्हें आनंद की अनुभूति होती है. जाहिद ने बताया कि पहले रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के छोटे पुतले बनते थे, लेकिन इस बार रावण का पुतला 25 फुट जबकि कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले 21-21 फुट ऊंचे बनाए जा रहे हैं.