सहारनपुर: एक ओर जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गरीब, असहाय परिवारों को सस्ती दरों पर राशन मुहैया कराने के दावे कर रही है तो वहीं, राशन माफिया गरीबों के राशन की कालाबाजारी कर रहे हैं. सहारनपुर में बुधवार को मेहंदी सराय के राशन कार्डधारकों ने राशन की कालाबाजारी करते हुए डिपो संचालक को रंगेहाथ पकड़ लिया और यूनिट के हिसाब से राशन नहीं मिलने पर जमकर हंगामा किया. विभागीय अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर कालाबाजारी के लिए ले जा रहे राशन को जब्त कर लिया.
स्मॉर्ट सिटी सहारनपुर के मेहंदी सराय मोहल्ले में स्थानीय लोगों ने कई बार राशन की कालाबाजारी करते हुए राशन माफिया को रंगेहाथ पकड़ा है. राशन डिपो से रेहड़े में भर कर राशन की खुलेआम कालाबाजारी की पोल खोली गई. डीलर सरकारी कट्टो से सामान्य बोरी में राशन का चावल पलट कर राशन की चोरी कर रहे हैं. इसके लिए राशन माफियाओं ने बाकायदा बड़े बड़े गोदाम बनाये हुए हैं. खास बात यह है कि, यह गोदाम तंग एवं भीड़ वाले इलाके में बनाये है. ताकि, शिकायत किये जाने पर आला अधिकारियों की गाड़ी भी गोदाम तक न पहुंच पाए. राशन कार्ड धारकों ने कई बार न सिर्फ राशन की कालाबाजारी करते हुए रंगेहाथ पकड़ा है. बल्कि, राशन माफियाओं के खिलाफ नारेबाजी भी की है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि, मेहंदी सराय में दूकान संख्या 88 आलम जुबेरी के नाम से है. राशन डीलर आलम जुबेरी गरीबों के हक़ का राशन डकार रहे हैं. एक किलो प्रति यूनिट कटौती कर राशन माफियाओं को बेच रहे है. इन दिनों राशन डिपो से चावल मिल रहा है. इसे माफिया ओने पौने दामों में खरीद कर बाजार में बेच रहे रहे है. स्थानीय लोगों के मुताबिक़ कई सालों से राशन की कालाबाजारी यह खेल खेला जा रहा था.
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ईटीवी भारत ने इलाके के लोगों के बीच पहुंच कर राशन की कालाबाजारी की हकीकत जाननी चाही. इस दौरान चौकाने वाली बात सामने आई है. इलाके में फरीद अहमद नाम का राशन माफिया है. जो कि, शहर के राशन डीलरों से सरकारी राशन को ओने पौने दामों में खरीद कर अपने गोदाम में भर लेता है. राशन डीलर प्रति यूनिट में कटौती कर राशन माफिया को राशन बेच देते हैं. एक दुकान से 10 - 20 किवंटल राशन की काला बाजारी हो रही है. राशन माफिया अपने गोदामो में कालाबाजारी का राशन इकट्ठा कर हरियाणा देहरादून, गंगोह, नकुड़, यमुनानगर, करनाल की मंडियों में भी भेज देते हैं. स्थानीय लोगों की माने तो पूर्व में भी अनाज माफिया फरीद पर कार्रवाई हो चुकी है. लेकिन, अधिकारियों से सांठगांठ कर फरीद हर बार बच निकलता है.
जिले भर में राशन डिपो से सरकारी माल में सेंधमारी कर माफिया अपने गोदामों में स्टॉक रख लेते हैं. डिपो से सरकारी आनाज उठाने का काम देर रात 2 बजे से चलना शुरू होता है. सर्किट हाउस रोड, मंडी समिति रोड, पुराना कलसिया रोड आदि जगहों पर बने अपने ठिकानों पर माफिया सरकारी अनाज की जमाखोरी कर मोटा मुनाफा कमा रहे है. गरीबों के पेट में जाने वाला अनाज 5 किलो से घटकर 3 से 4 किलो रह जाता है. बाकी बचा अनाज और चावल माफियाओं के प्राइवेट गोदामों में जमा हो जाता है.
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