सहारनपुर: सावन महीने की महाशिवरात्रि का महापर्व रविवार को देश भर में धूम-धाम से मनाया जा रहा है. हालांकि देवो के महादेव भगवान शंकर के इस त्योहार पर कोरोना वायरस का ग्रहण लगा हुआ है. इस बार केंद्र सरकार ने सावन महीने में कांवड़ यात्रा पर न सिर्फ रोक लगाई है, बल्कि सभी धार्मिक अनुष्ठानों को करने पर भी प्रतिबंध लगाया है. यही वजह रही कि इस बार सावन में न तो सड़कों पर कावड़ियों का हुजूम देखने को मिला और न ही शिवालयों पर श्रदालुओं की भीड़.
ऐसा ही कुछ नजारा मराठा शासक शिवाजी द्वारा बनाये गए बागेश्वर महादेव मंदिर में देखने को मिला, जहां कोरोना वायरस के खौफ के बीच कम संख्या में श्रद्धालु महादेव का जलाभिषेक कर रहे हैं. जानकारों के मुताबिक बागेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना करीब 400 साल पहले मराठा शासक छत्रपति शिवाजी के सैनिकों ने कराया था.
वैसे तो हर साल सावन महीने में लाखों शिवभक्त कांवड़ यात्रा और गंगाजल लेने हरिद्वार जाते हैं. लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इस सावन न तो कांवड़ यात्रा निकाली गई और न ही हर की पैड़ी से जल लाने की अनुमति दी गई. जिसके चलते रविवार को महाशिवरात्रि के महापर्व पर कम संख्या में श्रदालु मंदिर पहुंच रहे हैं.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि सावन की महाशिवरात्रि के पर्व पर जो धूम और चहल कदमी रहती थी, कोरोना काल में वह सब खत्म हो गई है. पिछले सालों की अपेक्षा इस बार 20 फीसदी ही श्रद्धालु जलाभिषेक करने आ रहे हैं.