सहारनपुर: थाना देवबंद पुलिस ने एक अनोखी मिशाल पेश की है. पुलिस ने प्रेमी जोड़े का न सिर्फ थाने ही समझौता कराया, बल्कि काजी को बुलाकर निकाह भी कराया. निकाह के बाद प्रेमी युगल ने पुलिस का शुक्रिया अदा कर खुशी जाहिर की है. इतना ही नहीं निकाह से नाराज चल रहे दोनों के परिजन भी खुशी-खुशी दूल्हा-दुल्हन को लेकर घर के लिए रवाना हो गए.
परिजनों को था शादी से ऐतराज
कस्बा देवबंद के मोहल्ला पठानपुरा निवासी युवती खुशनसीब और गांव गंदेवड़ के मोहल्ला पठानपुरा निवासी अब्दुल मलिक के बीच करीब एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों के परिजन इस शादी के खिलाफ थे.
कोतवाली प्रभारी ने परिजनों को मनाया
दरअसल खुशनसीब ने थाने में शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाई थी. जिसके बाद कोतवाली प्रभारी यज्ञदत्त शर्मा ने अब्दुल मलिक और उसके परिजनों को बुलाकर उनसे बातचीत की तो दोनों पक्ष निकाह के लिए राजी हो गए.
थाने में पढ़ा गया निकाह
खास बात यह रही कि दोनों पक्षो ने थाने में ही निकाह कराने की हामी भर दी. प्रेमी जोड़े की रजामंदी पर कोतवाल साहब ने काजी साहब को थाने में ही बुलाकर परिजनों की मौजूदगी में निकाह पढ़वाया. काजी सईद हुसैन ने प्रेमी जोड़े को पति-पत्नी के हकूक बताए और निकाह के बाद दोनों पक्ष दूल्हा-दुल्हन को लेकर घर चले गए.
मेरी शादी देवबंद थाने में हुई है. कोतवाल साहब ने मेरी शादी कराई है. मुझे बहुत अच्छा लगा है और मैं इस शादी से बहुत खुश हूं.
- खुशनसीब, दुल्हन
मैंने थाने में निकाह कराया है. लड़के का नाम अब्दुल मलिक पुत्र मोहम्मद हनीफ और लड़की का नाम है खुशनसीब. दूल्हा-दुल्हन के परिजनों की मौजूदगी में निकाह संपन्न हुआ.
- सय्यद हुसैन, काजी
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