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थाने में प्रेमी जोड़े का निकाह, परिजनों संग कोतवाल और काजी बने गवाह

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पुलिस ने प्रेमी जोड़े का थाने में निकाह कराया. शादी के बाद दोनों ने पुलिस का शुक्रिया अदा किया. इस दौरान दोनों जोड़ों के परिजन भी गवाह के रूप में मौजूद रहे.

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पुलिस ने कराया प्रेमी युगल का निकाह.
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Published : Nov 29, 2019, 10:26 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: थाना देवबंद पुलिस ने एक अनोखी मिशाल पेश की है. पुलिस ने प्रेमी जोड़े का न सिर्फ थाने ही समझौता कराया, बल्कि काजी को बुलाकर निकाह भी कराया. निकाह के बाद प्रेमी युगल ने पुलिस का शुक्रिया अदा कर खुशी जाहिर की है. इतना ही नहीं निकाह से नाराज चल रहे दोनों के परिजन भी खुशी-खुशी दूल्हा-दुल्हन को लेकर घर के लिए रवाना हो गए.

पुलिस ने कराया प्रेमी जोड़े का निकाह.

परिजनों को था शादी से ऐतराज
कस्बा देवबंद के मोहल्ला पठानपुरा निवासी युवती खुशनसीब और गांव गंदेवड़ के मोहल्ला पठानपुरा निवासी अब्दुल मलिक के बीच करीब एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों के परिजन इस शादी के खिलाफ थे.

कोतवाली प्रभारी ने परिजनों को मनाया
दरअसल खुशनसीब ने थाने में शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाई थी. जिसके बाद कोतवाली प्रभारी यज्ञदत्त शर्मा ने अब्दुल मलिक और उसके परिजनों को बुलाकर उनसे बातचीत की तो दोनों पक्ष निकाह के लिए राजी हो गए.

थाने में पढ़ा गया निकाह
खास बात यह रही कि दोनों पक्षो ने थाने में ही निकाह कराने की हामी भर दी. प्रेमी जोड़े की रजामंदी पर कोतवाल साहब ने काजी साहब को थाने में ही बुलाकर परिजनों की मौजूदगी में निकाह पढ़वाया. काजी सईद हुसैन ने प्रेमी जोड़े को पति-पत्नी के हकूक बताए और निकाह के बाद दोनों पक्ष दूल्हा-दुल्हन को लेकर घर चले गए.

मेरी शादी देवबंद थाने में हुई है. कोतवाल साहब ने मेरी शादी कराई है. मुझे बहुत अच्छा लगा है और मैं इस शादी से बहुत खुश हूं.
- खुशनसीब, दुल्हन

मैंने थाने में निकाह कराया है. लड़के का नाम अब्दुल मलिक पुत्र मोहम्मद हनीफ और लड़की का नाम है खुशनसीब. दूल्हा-दुल्हन के परिजनों की मौजूदगी में निकाह संपन्न हुआ.
- सय्यद हुसैन, काजी

इसे भी पढ़ें- जबरन निकाह के साथ ही दुष्कर्म मामले में पांच पर FIR

सहारनपुर: थाना देवबंद पुलिस ने एक अनोखी मिशाल पेश की है. पुलिस ने प्रेमी जोड़े का न सिर्फ थाने ही समझौता कराया, बल्कि काजी को बुलाकर निकाह भी कराया. निकाह के बाद प्रेमी युगल ने पुलिस का शुक्रिया अदा कर खुशी जाहिर की है. इतना ही नहीं निकाह से नाराज चल रहे दोनों के परिजन भी खुशी-खुशी दूल्हा-दुल्हन को लेकर घर के लिए रवाना हो गए.

पुलिस ने कराया प्रेमी जोड़े का निकाह.

परिजनों को था शादी से ऐतराज
कस्बा देवबंद के मोहल्ला पठानपुरा निवासी युवती खुशनसीब और गांव गंदेवड़ के मोहल्ला पठानपुरा निवासी अब्दुल मलिक के बीच करीब एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों के परिजन इस शादी के खिलाफ थे.

कोतवाली प्रभारी ने परिजनों को मनाया
दरअसल खुशनसीब ने थाने में शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाई थी. जिसके बाद कोतवाली प्रभारी यज्ञदत्त शर्मा ने अब्दुल मलिक और उसके परिजनों को बुलाकर उनसे बातचीत की तो दोनों पक्ष निकाह के लिए राजी हो गए.

थाने में पढ़ा गया निकाह
खास बात यह रही कि दोनों पक्षो ने थाने में ही निकाह कराने की हामी भर दी. प्रेमी जोड़े की रजामंदी पर कोतवाल साहब ने काजी साहब को थाने में ही बुलाकर परिजनों की मौजूदगी में निकाह पढ़वाया. काजी सईद हुसैन ने प्रेमी जोड़े को पति-पत्नी के हकूक बताए और निकाह के बाद दोनों पक्ष दूल्हा-दुल्हन को लेकर घर चले गए.

मेरी शादी देवबंद थाने में हुई है. कोतवाल साहब ने मेरी शादी कराई है. मुझे बहुत अच्छा लगा है और मैं इस शादी से बहुत खुश हूं.
- खुशनसीब, दुल्हन

मैंने थाने में निकाह कराया है. लड़के का नाम अब्दुल मलिक पुत्र मोहम्मद हनीफ और लड़की का नाम है खुशनसीब. दूल्हा-दुल्हन के परिजनों की मौजूदगी में निकाह संपन्न हुआ.
- सय्यद हुसैन, काजी

इसे भी पढ़ें- जबरन निकाह के साथ ही दुष्कर्म मामले में पांच पर FIR

Intro:खबर wrap से भेजी गई है

सहारनपुर : एक ओर जहां फतवो की नगरी देवबंद मुस्लिम महिलाओं के लिए फतवे जारी करने के लिए जाना जाता है वहीं थाना देवबंद पुलिस ने भी अनोखी मिशाल पेश की है। पुलिस ने प्रेमी युगल का न सिर्फ थाने ही समझौता कराया बल्कि काजी को बुलाकर थाने में निकाह करा दिया। निकाह के बाद प्रेमी युगल ने पुलिस का धन्यावाद कर खुशी जाहिर की है। इतना ही नही निकाह से नाराज चल रहे दोनो के परिजन भी खुशी खुशी दूल्हा दुल्हन को लेकर घर के लिए रवाना हो गए। ऐसा पहली बार हुआ है जब कोतवाली देवबंद में प्रेमी युगल का निकाह का खुत्बा पढ़ दोनों ने एक दूसरें के साथ जि़ंदगी भर रहने का वायदा किया।Body:VO 1 - आधुनिक और फैशन के दौर में हर लड़की की ख्वाहिश होती है कि उसके हाथों में मेहंदी रचे और परिजनों के साथ मिल सखियां सहेलियां विदा करती हैं लेकिन किन्ही परिस्थितियों के चलते देवबंद कोतवाली में युगल को निकाह के लिए मजबूर होना पड़ा। आपको बता दें कि कस्बा देवबंद के मोहल्ला पठानपुरा निवासी युवती खुशनसीब और गांव गंदेवड़ के मोहल्ला पठानपुरा निवासी अब्दुल मलिक के बीच करीब एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ परिस्थितियां ऐसी बनी की दोनों को एक दूसरें से अलग होने की नौबत आ गई बावजूद इसके खुशनसीब ने हिम्मत नहीं हारी और उसने थाने में शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाई। जिसके बाद कोतवाली प्रभारी यज्ञदत्त शर्मा ने अब्दुल मलिक और उसके परिजनों को बुलाकर उनसे बातचीत की तो दोनों पक्ष निकाह के लिए राजी हो गए। खास बात तो ये रही कि दोनों पक्षो ने थाने में ही निकाह कराने की हामी भर दी। फिर क्या था "मेंहदी लगी ना फटकरी, रंग चौखा ही चौखा" वाली कहावत शिद्द हो गई। प्रेमी युगल की रजामंदी पर कोतवाल साहब ने काजी साहब को थाने में ही बुलाकर परिजनों की मौजूदगी में निकाह पढ़वाया। काजी सईद हुसैन ने प्रेमी युगल को पति-पत्नी के हकूक बताए और निकाह के बाद दोनों पक्ष दूल्हा दुल्हन को लेकर खुशी खुशी घर चले गए। युवती ने बताया कि मेरी शादी देवबंद थाने में हुई है। कोतवाल साहब ने मेरी शादी कराई है। मुझे बहुत अच्छा लगा है मैं इस शादी से बहुत खुश हूं।
वहीं काजी सईद हुसैन का कहना है कि मैंने थाने में निकाह कराया है लड़के का नाम अब्दुल मलिक पुत्र मोहम्मद हनीफ लड़की का नाम है खुशनसीब यहां निकाह हुआ है। आपस में रजामंदी से दोनों के मां बाप मौजूद है और यहां पर थाने में उनका निकाह हुआ है। शादी में मेहर 11 हजार बधी है दोनों की रजामंदी से 11 हजार रुपये की मेहर बधी है।

बाइट - खुशनसीब ( दुल्हन )
बाइट - सय्यद हुसैन ( निकाह कराने वाले काजी )Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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