सहारनपुर: एक तरफ कोरोना को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन ने जहां सभी की समस्याएं बढ़ा दी हैं, वहीं गन्ना किसानों पर इसकी दोहरी मार पड़ रही है. गन्ना किसान खेत में खड़ी गन्ना की फसल को लेकर चिंतित हैं.
दरअसल चीनी मिल का पेराई सत्र अंतिम दौर में है. जबकि चीनी मिल की ओर से सट्टा पर्ची उनके पास बहुत कम है. जिसको लेकर उन्हें यह चिंता सता रही है कि सट्टा पर्ची समाप्त होने के बाद वह गन्ने को मिल तक कैसे पहुंचाएगें.
गेहूं के बाद अब गन्ना किसानों की बढ़ी समस्याएं-
अभी कुछ दिनों पहले बेमौसम बारिश ने गेहूं की फसल को बर्बाद कर दिया. ऐसे में अब गन्ना फसल को लेकर किसानों के माथे पर साफ शिकन दिखने लगा है. किसान तैयार गन्ना की फसल को लेकर काफी चिंतित हैं.
चीनी मिलों पर मौसम की मार-
किसान सहकारी चीनी मिल के मिल प्रबंधक प्रशांत कुमार का कहना है कि मौसम बारिश ने और लॉकडाउन से चीनी मिलों को काफी नुकसान पहुंच रहा है. लॉकडाउन से ज्यादा मार इस बार चीनी मिलों पर मौसम की पड़ी है.
पिछले कई वर्षों की अपेक्षा अगर पेराई सत्र को देखा जाए तो इस पेराई सत्र में 20 बार बरसात हुई है. जिससे पेराई करने में काफी दिक्कतें आई है.
इसे भी पढ़ें-लखनऊ: केजीएमयू में प्लाज्मा थेरेपी का होगा क्लीनिकल ट्रायल, ICMR करेगी निगरानी