सहारनपुर: तहसील नकुड इलाके के दर्जनों गांव के किसानों की हजारों बीघा उपजाऊ जमीन तालाब बनी हुई है. यमुना नदी में आई बाढ़ के कारण रेत के टीले बनने से वाटर लेवल ऊपर आ गया है. इसी कारण किसानों के खेत पानी से लबालब भरे हुए हैं. बेबश किसान फसल न कर दूसरे किसानों के यहां मजदूरी करने को मजबूर हैं. किसानों की समस्या को देखते हुए आयुष मंत्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी ने मौके पर पहुंचकर किसानों के खेतों का जायजा लिया. सभी विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए, ताकि किसानों के जमीन को फिर से उपयोग किया जा सके.
आयुष मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी ने कहा कि तहसील नकुड़ इलाके दौलतपुर, दादनपुर, रावणपुर समेत दो दर्जन से ज्यादा गांवो के पास से नदी बहती है. नदी लगभग 10 वर्ष पहले करीब 10 फीट गहराई से बह रही थी. अब कुछ दिनों से कई बार बाढ़ आने के कारण उस इलाके में रेत भराव हो गया, जिससे नदी के पानी का बहाव खेतो से 5 फीट ऊपर आ गया. रेत के बड़े टीले बनने से किसानों के खेत गहराई में चले गए, जिससे पानी का स्तर भी ऊपर आ गया. आलम यह है कि खेत में हाथ से गड्ढा खोदने मात्र से पानी निकल आता है. किसानों की उपजाऊ खेती की जमीन पानी से भरी हुई है.
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उन्होंने कहा कि पानी भरने की वजह से किसान खेतों में फसल नहीं कर पा रहे है. प्रकृति की इस मार के आगे सरकार भी बेबश है, लेकिन शनिवार को वे जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय समेत सभी विभागीय अध्यक्षों को लेकर मौके पर पहुंचे. खेतों का बारीकी से निरीक्षण किया. डॉ. धर्म सिंह सैनी ने बताया कि मौके पर ही सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं. पानी निकालने के साथ इलाके के सभी रजवाहों की खुदाई करने साथ खेतों की सफाई कराई जा रही है, ताकि किसानों के खेतों में भरा पानी नदी की ओर किया जा सके.