सहारनपुर: एक बार फिर बजरंगदल और जमीयत उलेमा ए हिंद में जुबानी जंग छिड़ गई है. जहां जमीयत अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही है. वहीं, बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने मोदी सरकार से इस्लामिक संगठन जमीयत उलेमा ए हिंद को बैन करने की अपील की है. उन्होंने जमीयत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देवबंद का इस्लामिक शिक्षण संस्थान राष्ट्र विरोधी कार्यों की जननी है.
मुंबई में जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बजरंग दल को लेकर बड़ा बयान दिया था. मौलाना अरशद मदनी ने कहा था कि यदि कांग्रेस 70 साल पहले बजरंग दल को बैन कर देती तो आज सत्ता उनके हाथों से नहीं जाती. अपना मुल्क बर्बाद नहीं होता, तबाही नहीं आई होती. मौलाना अरशद मदनी के इस बयान पर बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने पलटवार किया है.
विकास त्यागी ने कहा कि बैन बजरंग दल पर नहीं, बल्कि तुम जैसे लोगों पर बैन लगना चाहिए. जो देश और समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं. देश और राष्ट्र के विरुद्ध शक्तियों को पोषित कर देश विरोधी आतंकवादी के रूप में पकड़े जाते हैं. यह संस्था जमीयत और आप लोग ऐसे लोगों के पक्ष में खड़े होकर उनकी पैरवी करते हैं.
विकास त्यागी ने कहा कि बजरंग दल जैसे राष्ट्रभक्तों पर उंगली उठाने से पहले मदनी जैसे व्यक्ति को अपने गिरेबान में छांकना चाहिए. देश, समाज और राष्ट्र में आपका क्या योगदान है ? आप लोगों ने 1947 में देश का विभाजन करके पाकिस्तान के रूप में ले लिया है, तो आपसे बड़ा फिरकापरस्त और कौन हो सकता है ? उन्होंने कहा कि वह सरकार से मांग करेंगे कि इन लोगों पर बैन लगना चाहिए.
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