सहारनपुर: जिले में लॉकडाउन खुलते ही अवैध निर्माण करने वाले बिल्डर भी सक्रिय हो गए हैं. स्मार्ट सिटी सहारनपुर में अवैध निर्माण कार्य धड़ल्ले से किए जा रहे हैं. माफिया बिल्डर न सिर्फ आवासीय नक्शे पास करा कर व्यवसायिक भवन बना रहे हैं. वहीं नियमों और मानकों को ताक पर रखकर विकास प्राधिकरण को लाखों-करोड़ों रुपये का चूना लगाने में जुटे हैं.
आधी-अधूरी औपचारिकता पूरी कर बड़े-बड़े मॉल, मार्केट और शोरूम बनाने का कार्य जोरों पर चल रहा है. आलम यह है कि एसडीए के जेई और बाबुओं की मिलीभगत से प्रतिबंधित क्षेत्रों में बिना नक्शा पास कराए ही बड़े-बड़े बेसमेंट और चार-चार मंजिल की इमारतें बनाई जा रही हैं.
माफिया कर रहे हैं अवैध रूप से निर्माण
बता दें कि स्मार्ट सिटी सहारनपुर में 75 दिनों बाद लॉकडाउन अनलॉक होते ही अवैध निर्माण कार्य शुरू हो चुके हैं. प्रमुख बाजारों में जहां बिना नक्शे के दुकाने बनाई जा रही हैं, वहीं कोर्ट रोड़, अम्बाला रोड़, दिल्ली, घंटाघर समेत पूरे शहर में अवैध निर्माण किया जा रहा है. माफिया शहर के बाहरी इलाकों में अवैध कालोनियां काट रहे हैं. मानकों को ताक पर रखकर प्राधिकरण के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
प्राधिकरण भेज रहा नोटिस
आरोप है कि बड़े-बड़े मॉल और शोरूम प्राधिकरण अधिकारियों की सांठ-गांठ से बनाये जा रहे हैं. यही वजह है कि विकास प्राधिकरण जेई और बाबू को महज नोटिस भेज कागजी खानापूर्ति कर रहे हैं. उन्हें पता है कि अवैध निर्माण कार्यों की जांच और कार्रवाई उन्हीं को करनी है. उधर जब इस बाबत सहारनपुर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह से बात की तो उन्होंने कार्रवाई की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया.
अधिकारियों को दिया गया है लक्ष्य
ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के जेई, एई समेत सभी क्लर्कों को लक्ष्य दिया गया है. स्मार्ट सिटी में जितनी भी अवैध कालोनियां और अवैध निर्माण किया जा रहा है उन सबको रुकवाने और मौके पर जाकर सील करने की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. स्मार्ट सिटी में 40 कालोनियों को अप्रूवल दिया गया है. कालोनियों में सभी को नक्शे पास कराने की अपील की गई है. शहर भर में अवैध निर्माण कार्यों की शिकायत मिलती रहती है, जिसके चलते कई जगहों पर कार्रवाई भी की गई है.