सहारनपुर: हाल ही में मोदी सरकार ने तीन तलाक के खिलाफ बिल पास करके मुस्लिम महिलाओं को इस अभिशाप से बचाने का प्रयास किया है. इसके बावजूद तीन तलाक की घटनाएं सामने आ रही हैं. ताजा मामला सहारनपुर के देवबंद कोतवाली क्षेत्र का है. यहां की निवासी एक महिला को उसके पति ने शादी के 8 साल बाद तीन तलाक दे दिया. वहीं एक तीन तलाक की दूसरी घटना चिलकाना थाना क्षेत्र से सामने आई है.
- 8 साल पहले पीड़िता की शादी देवबंद कोतवाली क्षेत्र के जहीरपुर गांव के निवासी इंतजार में हुई थी.
- पीड़िता का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुरालीजन उसे दहेज के लिए परेशान करते थे.
- उसका पति किसी दूसरी महिला से शादी करना चाहता है.
- दो दिन पहले ही उसने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया.
- दोबारा गांव लौटी तो उसे जान से मार देगा.
तीन तलाक का दूसरा मामला-
- दूसरा मामला चिलकाना थाना क्षेत्र के गांठेड़ा गांव का है.
- पीड़िता की शादी दिसम्बर 2016 को यूसुफ के साथ हुई थी.
- पीड़िता का आरोप है कि उसके ससुराल वाले दहेज को लेकर उसे प्रताड़ित करते थे.
- इसके बाद पति ने उसे तलाक देकर घर से निकाल दिया था.
- इसको लेकर पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के यहां प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
ट्रिपल तलाक बिल पास होने के बाद दो मुकदमें लिखे गए हैं. पीड़िता ने बताया है कि उसके पति ने उसे तलाक दे दिया है. पीड़िता का आरोप है कि उसका पति किसी अन्य महिला से शादी करना चाहता है. इसको लेकर उसने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया है. देवबंद कोतवाली और महिला थाने में ट्रिपल तलाक को लेकर दो मुकदमे दर्ज किये गए हैं. सभी साक्ष्यों को इकट्ठा किया जा रहा है, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-दिनेश कुमार, पुलिस अधीक्षक.