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सहारनपुर: किसानों को फसलों की बुवाई के दिए जा रहे प्रशिक्षण, दोगुनी होगी आमदनी! - सहारनपुर खबर

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में फसलों की बुवाई के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. उप कृषि निदेशक ने बताया कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है. इन योजनाओं के प्रति सरकार दृढ़ संकल्प ले चुकी है.

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फसलों की बुवाई के लिए किसानों को दिया जा रह है प्रशिक्षण
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Published : Nov 27, 2019, 7:21 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की आय दोगुनी करने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही हैं. खरीफ, रबी की फसल की बुवाई के लिए न सिर्फ किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, बल्कि कई फसलों की अच्छी प्रजाति के बीजों पर विशेष अनुदान भी दिया जा रहा है. रबी की मुख्य फसल गेहूं की बात करें तो सरकार गेहूं की बुवाई के लिए बीज और खाद पर 50 प्रतिशत अनुदान दे रही है. उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्रा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि गेहूं की अच्छी पैदावार और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार कटिबद्ध है.

फसलों की बुवाई के लिए किसानों को दिया जा रह प्रशिक्षण.
इन दिनों की जा रही हैं रबी फसल की बुवाई
इन दिनों रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई जोरो पर चल रही है. प्रत्येक किसान गेहूं की अच्छी पैदावार लेने के लिए अच्छे बीज का चयन कर रहे हैं. दूसरी ओर कृषि विभाग भी किसानों के लिए अच्छे किस्म के बीज और खाद उपलब्ध करा रहा है. किसानों को गेहूं की बुवाई से लेकर कटाई तक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. जिले के उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में रबी की फसल का मौसम चल रहा है. इस मौसम में किसान मुख्य फसल गेहूं की बुवाई कर रहे हैं.

खोले गए 11 कृषि प्रसार केंद्र

कृषि विभाग की ओर से जिले के सभी 11 विकासखंड में 11 कृषि प्रसार केंद्र खोले हुए हैं. किसानों को गेहूं की विभिन्न नई प्रजातियों के बीज उपलब्ध कराए गए हैं. खास बात यह है कि इन प्रजातियों के बीज पर सरकार की ओर से किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है. अच्छी प्रजातियों का बीज 3300 रुपये क्विंटल है, लेकिन सरकार इस बीज को 1650 रुपये क्विंटल उपलब्ध करा रही है. यानी 1650 रुपये का अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसान इन प्रजाति के बीज लेकर अपने खेतो में बुवाई करा सकेंगे.

इसे भी पढ़ें:- फसलों के साथ मिट्टी की उर्वरा शक्ति के लिए भी फायदेमंद है ये मिनरल, बुलंदशहर में हो रहा है शोध
गेहूं की बुवाई में ये बरतने सावधानियां
उप कृषि निदेशक ने कहा कि गेहूं की बुवाई करते समय किसानों को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. गेहूं की बुवाई लाइन में करें. किसानों को चाहिए कि गेहूं की बुवाई मशीनों से करें, ताकि बुवाई किया हुआ बीज लाइन में रह सके. लाइन में बीज गिरने से खाद और उर्वरक भी बीज के पास में ही गिरेंगे और सिंचाई का पानी भी लाइन में ज्यादा आएगा. मशीनों से की गई बुवाई से एक ओर जहां कम पानी से ज्यादा सिंचाई होती है और वहीं दूसरी ओर गेहूं का पौधा भी घना और मजबूत बनता है.

खेतो में नमी पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए. यदि खेत में नमी ज्यादा हुई तो बीज खराब हो जाएगा और यदि नमी कम हुई तो बीज कम अंकुरित होंगे. बीज लाइन में बुवाई करने पर लागत में 25 प्रतिशत कम हो जाती है. किसानों की आय दोगुनी करना प्रधानमंत्री मोदी का सपना है. गेहूं की बुवाई के बाद पहला पानी 25 दिन बाद देना चाहिए और कम देना चाहिए. गेहूं की अच्छी तरह बुवाई करने और सिंचाई करने पर गेहूं की पैदावार बेहतर रहती है.

सहारनपुर: केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की आय दोगुनी करने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही हैं. खरीफ, रबी की फसल की बुवाई के लिए न सिर्फ किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, बल्कि कई फसलों की अच्छी प्रजाति के बीजों पर विशेष अनुदान भी दिया जा रहा है. रबी की मुख्य फसल गेहूं की बात करें तो सरकार गेहूं की बुवाई के लिए बीज और खाद पर 50 प्रतिशत अनुदान दे रही है. उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्रा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि गेहूं की अच्छी पैदावार और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार कटिबद्ध है.

फसलों की बुवाई के लिए किसानों को दिया जा रह प्रशिक्षण.
इन दिनों की जा रही हैं रबी फसल की बुवाई
इन दिनों रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई जोरो पर चल रही है. प्रत्येक किसान गेहूं की अच्छी पैदावार लेने के लिए अच्छे बीज का चयन कर रहे हैं. दूसरी ओर कृषि विभाग भी किसानों के लिए अच्छे किस्म के बीज और खाद उपलब्ध करा रहा है. किसानों को गेहूं की बुवाई से लेकर कटाई तक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. जिले के उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में रबी की फसल का मौसम चल रहा है. इस मौसम में किसान मुख्य फसल गेहूं की बुवाई कर रहे हैं.

खोले गए 11 कृषि प्रसार केंद्र

कृषि विभाग की ओर से जिले के सभी 11 विकासखंड में 11 कृषि प्रसार केंद्र खोले हुए हैं. किसानों को गेहूं की विभिन्न नई प्रजातियों के बीज उपलब्ध कराए गए हैं. खास बात यह है कि इन प्रजातियों के बीज पर सरकार की ओर से किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है. अच्छी प्रजातियों का बीज 3300 रुपये क्विंटल है, लेकिन सरकार इस बीज को 1650 रुपये क्विंटल उपलब्ध करा रही है. यानी 1650 रुपये का अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसान इन प्रजाति के बीज लेकर अपने खेतो में बुवाई करा सकेंगे.

इसे भी पढ़ें:- फसलों के साथ मिट्टी की उर्वरा शक्ति के लिए भी फायदेमंद है ये मिनरल, बुलंदशहर में हो रहा है शोध
गेहूं की बुवाई में ये बरतने सावधानियां
उप कृषि निदेशक ने कहा कि गेहूं की बुवाई करते समय किसानों को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. गेहूं की बुवाई लाइन में करें. किसानों को चाहिए कि गेहूं की बुवाई मशीनों से करें, ताकि बुवाई किया हुआ बीज लाइन में रह सके. लाइन में बीज गिरने से खाद और उर्वरक भी बीज के पास में ही गिरेंगे और सिंचाई का पानी भी लाइन में ज्यादा आएगा. मशीनों से की गई बुवाई से एक ओर जहां कम पानी से ज्यादा सिंचाई होती है और वहीं दूसरी ओर गेहूं का पौधा भी घना और मजबूत बनता है.

खेतो में नमी पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए. यदि खेत में नमी ज्यादा हुई तो बीज खराब हो जाएगा और यदि नमी कम हुई तो बीज कम अंकुरित होंगे. बीज लाइन में बुवाई करने पर लागत में 25 प्रतिशत कम हो जाती है. किसानों की आय दोगुनी करना प्रधानमंत्री मोदी का सपना है. गेहूं की बुवाई के बाद पहला पानी 25 दिन बाद देना चाहिए और कम देना चाहिए. गेहूं की अच्छी तरह बुवाई करने और सिंचाई करने पर गेहूं की पैदावार बेहतर रहती है.

Intro:सहारनपुर : केंद्र एवं राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाये हुए है। खरीफ रबी की फसल की बुवाई के लिए न सिर्फ किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है बल्कि कई फसलों के अच्छी प्रजाति के बीजो पर विशेष अनुदान दिया जा रहा है। रबी की मुख्य फसल गेहूं की बात करे तो सरकार गेहूं की बुवाई के लिए बीज और खाद पर 50 प्रतिशत अनुदान दे रही है। उप कृषि निदेशके ने ईटीवी से बातचीत में बताया गेहूं की अच्छी पैदावार लेने के उपाय बताते हुए कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कटिबध्द है।


Body:VO 1 - आपको बता दें कि इन दिनों रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई जोरो पर चल रही है। प्रत्येक किसान गेंहू की अच्छी पैदावार लेने के लिए जहां अच्छे बीज का चयन कर रहे है वहीं कृषि विभाग ने भी किसानों के लिए अच्छी किस्म के बीज और खाद उपलब्ध करा रहा है। इतना ही नही किसानों को गेहूं की बुवाई से लेकर कटाई तक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। सहारनपुर के उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्रा ने ईटीवी से बातचीत में बताया कि वर्तमान में रबी की फसल का मौसम चल रहा है। इस मौसम में किसान रबी की मुख्य फसल गेंहू की बुवाई कर रहे है। गेहूं की बुवाई के कृषि विभाग की ओर से जिले के सभी 11 विकासखंड में 11 कृषि प्रसार केंद्र खोले हुए है। यहां पर गेहूं की विभिन्न नई प्रजातियो के बीज उपलब्ध कराए गए है। खास बात ये है कि इन प्रजातियों के बीज पर सरकार की ओर से किसानों को 50% अनुदान दिया जा रहा है। अच्छी प्रजातियों का बीज 3300 रुपये किवंतल है लेकिन सरकार इस बीज को 1650 रुपये किवंतल उपलब्ध करा रही है यानी 1650 रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान इन प्रजाति के बीज लेकर अपने खेतो में बुवाई कराए।

उप कृषि निदेशक ने कहा कि गेहूं की बुवाई करते समय किसानों को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। गेहूं की बुवाई लाइन में करें। किसानों को चाहिए कि गेहूं की बुवाई मशीनो से करें ताकि बुवाई कियाया हुआ बीज लाइन में रह सके। लाइन में बीज गिरने से खाद और उर्वरक भी बीज के पास इन मे गिरेगा। साथ सिंचाई का पानी भी लाइन में ज्यादा आएगा। मशीनों की गई बुवाई से एक ओर जहां कम पानी से ज्यादा सिंचाई होती है वहीं गेहूं का पौधा भी घना और मजबूत बनता है।

उन्हीने बताया कि गेहूं की बुवाई करते समय इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। खेतो में नमी पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए। यदि खेत मे नमी ज्यादा हुई तो बीज खराब हो जाएगा और यदि नमी कम हुई तो बीज कम अंकुरित होंगे। बीज लाइन में बुवाई करने पर लागत में 25 प्रतिशत कम हो जाती है। किसानों की आय दोगुनी करना प्रधान मंत्री मोदी का सपना है। लाइन में बुवाई करने से उर्वरक बीज के पास गिरता है और बीज की गहराई में पोषक तत्व सीधा गेहूं के पौधे को मिलता है। उन्होंने बताया कि गेहूं की बुवाई के बाद पहला पानी 25 दिन बाद देना चाहिए। गेहूं की फसल में पहला पानी कम देना चाहिए। गेहूं की अच्छी तरह बुवाई करने और सिंचाई करने पर गेहूं की पैदावार बेहतर होगी।

बाईट - राम जतन मिश्रा ( उप कृषि निदेशक )


Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
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Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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