सहारनपुरः जिले में एक परिवार ढाबा मालिक की दबंगई और पुलिस की उदासीनता के चलते पलायन को मजबूर हो गया है. हालांकि जानकारी मिलते ही बजरंग दल ने थाने घेराव किया, इसके बाद पुलिस ने परिवार को पलायन करने से रोका और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया.
सरसावा कस्बे में हाईवे के नजदीक एक चिकन सेंटर नामक ढाबा चलाने वाले ने टायर पंचर की दुकान चलाने वाले परिवार के घर के सामने जानबूझ कर हड्डी डालता और ट्रकों की पार्किंग कराता है. जब इस पर पंचर की दुकान चलाने वाले ने विरोध किया तो ढाबा संचालक ने मारपीट की. पीड़ित ने मारपीट की सूचना पुलिस को दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद भी दबंगों द्वारा पीड़ित परिवार को लगातार परेशान किया जा रहा था. जिसको लेकर दोनों के बीच फिर एक बार दोबारा झगड़ा हो गया, जिसमें पीड़ित परिवार को गंभीर चोट आई और उन्होंने पुलिस से दोबारा कार्रवाई की मांग की. लेकिन कार्रवाई न होने के कारण पीड़ित परिवार ने पुलिस से नाखुश होकर शनिवार को पलायन करना शुरू कर दिया. पीड़ित परिवार अपना घर का सामने भुग्गी में रख चलने की तैयारी कर दी. जब इसकी जानकारी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को मिली तो थाने का घेराव कर नाराजगी जाहिर की. इसके बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस ने परिवार का पलायन रुकवाया. वहीं, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से चिकन सेंटर चलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ हिंदू परिवार को न्याय दिलाने की मांग की.
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इसके बाद थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने पुलिस को मौके पर भेजकर पीड़ित परिवार का पलायन रुकवाया. वहीं पीड़ित परिवार को उनके बराबर से चिकन ढाबा हटवाने का आश्वासन दिया. डाबा हटने के आश्वासन पर पीड़ित परिवार इस आश्वासन पर रुका है. बजरंग दल के जिला संयोजक हरीश कौशिक का कहना है कि सरसावा में एक मुस्लिम व्यक्ति चिकन सेंटर चलाता है और दबंगई दिखता है. वह हड्डियों को बराबर में हिंदू परिवार के दुकान के सामने डाला देता है, जिसको लेकर के पीड़ित परिवार काफी परेशान है. इस मामले को लेकर के बजरंग दल ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने आश्वासन दिया है कि 24 घंटे के अंदर चिकन ढाबा हटावा दिया जाएगा.