सहारनपुर: जिले को स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल हुए ढाई साल का समय हो चुके हैं. ढाई साल में नगर निगम ने शहर को कितना स्मार्ट बनाया है, कितनी लागत से तमाम योजनाओं पर काम चल रहा है, यह जानने के लिए ईटीवी संवाददाता ने नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह से खास बातचीत की. ईटीवी भारत के सवालों का जवाब देते हुए नगर आयुक्त ने स्मार्ट सिटी में चल रही योजनाएं गिनाईं. उन्होंने बताया कि हजारों करोड़ की योजनाओं से शहर को स्मार्ट बनाया जा रहा है. कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था समेत स्वच्छता मिशन अभियान में शहर को इस बार टॉप 20 में स्थान बनाने की बात भी नगर आयुक्त ने कही.
तैयार है स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट
ईटीवी भारत से बातचीत में नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि इन ढाई सालों में स्मार्ट सिटी के रूप में आई ट्रिपल सी का हमारा टेंडरिंग प्रोसेस में है. 200 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में स्मार्ट सिटी योजना के लिए इंटिगेटिड कमांड कंट्रोल सिस्टम की बिल्डिंग बनकर तैयार हो चुकी है. इसके अलावा 400 करोड़ रुपये का स्मार्ट रोड का प्रोजेक्ट तैयार किया जा चुका है. लखनऊ की टेक्निकल टीम इस प्रोजेक्ट को पास कर चुकी है. इनके अन्य प्रोजेक्ट ई-लाइब्रेरी, 10 ईवीडी एरिया के बड़े पार्क, कंपनी बाग का सौन्दर्यकरण, महत्वपूर्ण सीवर सिस्टम आदि पर काम किया जा रहा है. हालांकि सीवर सिस्टम के तहत केवल 10 फीसदी शहर में ही सीवर पाइप लाइन बिछी हुई थी. जल निगम ने 142 करोड़ के बजट से शहर में सीवर पाइप लाइन बिछाने का प्रोजेक्ट भी तैयार कर लिया गया है.
स्वच्छता मिशन में शहर को मिली थी 92वीं रैंक
नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कुल मिलाकर 1000 करोड़ के प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी योजना के माध्यम से होने जा रहे हैं. यह अगले 6 महीनों में धरातल पर दिखाई देने लगेंगे, उन्होंने बताया कि स्वच्छता मिशन के तहत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है. स्वच्छता मिशन में पिछले साल सहारनपुर को 92वीं रैंक मिली थी. इस बार सहारनपुर को टॉप 20 में लाने का लक्ष्य बनाया हुआ है, ताकि सहारनपुर एक बेहतर शहर बन सके. इसके लिए नगर निगम की सभी कार्य योजनाएं प्री टेंडिंग प्रोसेस में चल रही हैं. जल्द ही धरातल पर इन योजनाओं का कार्य दिखाई देने लगेगा.
लगाया गया वेस्ट एनर्जी प्लांट
ईटीवी भारत के सवालों का जवाब देते हुए नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि कूड़ा उठाने की समस्या को देखते हुए कूड़ा उठाने के लिए एक समय निर्धारित कर दिया गया है. इतना ही नहीं कूड़ा निस्तारण के लिए जगह भी खरीद ली गई है, जहां वेस्ट एनर्जी प्लांट लगाया जाएगा. घरों से निकलने वाला कूड़ा सीधा घरों से प्लांट में भेजा जाएगा. स्मार्ट एवं मॉडल रोड़ के सवाल पर नगर आयुक्त ने बताया कि स्मार्ट योजना के तहत नगर निगम और सहारनपुर विकास प्राधिकरण ने संयुक्त रूप से 2 सडकों को स्मार्ट रोड़ बनाया जा रहा है. इसके अलावा स्मार्ट सिटी के फंड से बनने वाली सड़कों के लिए टेंडरिंग का प्रोसेस चल रहा है. इन कार्यो में समय जरूर लग रहा है, लेकिन सभी पहलुओं की जांच परख के बाद ही योजनाओं पर काम किया जा रहा है.
शहर से बाहर डेयरी खोलने की अपील
एलईडी लाइटों के सवाल पर उन्होंने बताया कि एएसएल कंपनी से नगर निगम ने टाइअप किया है. शहर के 70 वार्डो में से 9 वार्ड पूरी तरह से एलईडी लाइट से सुसज्जित हो चुके हैं, सभी बाहरी वार्डो समेत सभी वार्डो में मार्च महीने के अंत तक एलईडी लाइट लगा दी जाएगी. आवारा पशुओं के सड़कों पर घूमने के सवाल पर उन्होंने बताया कि शहर में 300 से ज्यादा दुग्ध डेयरियां हैं, सभी डेयरियों के संचालकों को नोटिस भेजकर शहर से बाहर डेयरी खोलने की अपील की गई है. इसके लिए उनको बाकायदा समय दिया गया है. स्मार्ट सिटी में जाम की स्थिति को देखते हुए शहर के दोनों बस अड्डों को शहर से बाहर शिफ्ट किया जा रहा है, इनके लिए जमीन खरीद ली गई है. ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या को देखते हुए रूट चयनित किये जा रहे है. इसके अलावा शहर के बाहर से बाईपास बनाया जा रहा है जो जल्द ही चालू हो जाएगा, जिससे शहर के बीच से निकलने वाले वाहनों से निजात मिल सकेगी.