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सहारनपुर: स्वास्थ्य विभाग के दावे फेल, बुखार पीड़ित बच्चों से चाइल्ड वार्ड फुल

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Published : Nov 21, 2019, 7:14 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में वायरल बुखार का असर सबसे ज्यादा मासूम बच्चों पर देखा जा रहा है. वायरल बुखार के चलते जिला अस्पताल का चाइल्ड वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा हुआ है.

चाइल्ड वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा.

सहारनपुर: जिला अस्पताल में बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है. चाइल्ड वार्ड पूरी तरह से भरा हुआ है. बच्चों को दवाइयों और इंजेक्शन के साथ ग्लूकोज भी चढ़ाया जा रहा है. बाबजूद इसके बच्चों का बुखार कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके चलते जनपद वासियों को अपने बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता परेशान कर रही है.

चाइल्ड वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा.
चाइल्ड वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा
  • जिले में इन दिनों वायरल बुखार का कहर जारी है.
  • वायरल बुखार का असर सबसे ज्यादा मासूम बच्चों पर देखा जा रहा है.
  • जिले के सरकारी अस्पताल के चाइल्ड वार्ड का जायजा लिया तो बच्चा वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा मिला.
  • बच्चों को इंजेक्शन और ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है.
  • बच्चों के माता-पिता की माने तो बच्चों को कई दिनों से बुखार आ रहा है.
  • बुखार के चलते बच्चों को उल्टी दस्त और पेट में दर्द की शिकायत आ रही है.
  • जिसके बाद मासूम बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है.
  • कई बच्चे तो ऐसे भी है स्वस्थ होने के बाद दोबारा बुखार की झपेट में आ रहे हैं.
  • चाइल्ड वार्ड में भर्ती बच्चों का बुखार कम होने का नाम नहीं ले रहा है.

  • इसे भी पढ़ें-सहारनपुर: सिद्धपीठ मां शाकुंभरी देवी मेले को मिला राज्यस्तरीय दर्जा

इन दिनों एकदम से मौसम में बदलाव आने से ठंडक आई है. जिसके चलते बड़े बुजुर्ग ही नहीं छोटे बच्चों में बुखार और सांस की बीमारियां बढ़ने लगी है. ठंड में बुजुर्गों और बच्चों के दिमाग और सांस की नसें सिकुड़ जाती हैं. जिससे निमोनिया और खांसी के साथ बुखार होने लगता है. यही वजह है कि जिला अस्पताल में खांसी नजला जुखाम के मरीज ज्यादा आ रहे हैं.
-डॉ. एसके वार्ष्णेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

सहारनपुर: जिला अस्पताल में बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है. चाइल्ड वार्ड पूरी तरह से भरा हुआ है. बच्चों को दवाइयों और इंजेक्शन के साथ ग्लूकोज भी चढ़ाया जा रहा है. बाबजूद इसके बच्चों का बुखार कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके चलते जनपद वासियों को अपने बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता परेशान कर रही है.

चाइल्ड वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा.
चाइल्ड वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा
  • जिले में इन दिनों वायरल बुखार का कहर जारी है.
  • वायरल बुखार का असर सबसे ज्यादा मासूम बच्चों पर देखा जा रहा है.
  • जिले के सरकारी अस्पताल के चाइल्ड वार्ड का जायजा लिया तो बच्चा वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा मिला.
  • बच्चों को इंजेक्शन और ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है.
  • बच्चों के माता-पिता की माने तो बच्चों को कई दिनों से बुखार आ रहा है.
  • बुखार के चलते बच्चों को उल्टी दस्त और पेट में दर्द की शिकायत आ रही है.
  • जिसके बाद मासूम बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है.
  • कई बच्चे तो ऐसे भी है स्वस्थ होने के बाद दोबारा बुखार की झपेट में आ रहे हैं.
  • चाइल्ड वार्ड में भर्ती बच्चों का बुखार कम होने का नाम नहीं ले रहा है.

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इन दिनों एकदम से मौसम में बदलाव आने से ठंडक आई है. जिसके चलते बड़े बुजुर्ग ही नहीं छोटे बच्चों में बुखार और सांस की बीमारियां बढ़ने लगी है. ठंड में बुजुर्गों और बच्चों के दिमाग और सांस की नसें सिकुड़ जाती हैं. जिससे निमोनिया और खांसी के साथ बुखार होने लगता है. यही वजह है कि जिला अस्पताल में खांसी नजला जुखाम के मरीज ज्यादा आ रहे हैं.
-डॉ. एसके वार्ष्णेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक

Intro:सहारनपुर : एक ओर जहां स्वास्थ्य विभाग बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे कर रहा है लेकिन हक़ीक़त सच्चाई से कोसो दूर है। जिला अस्पताल का हाउसफुल चल रहा बच्चा वार्ड न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल रहा है बल्कि स्वच्छ भारत मिशन अभियान पर भी सवाल खड़े कर रहा है। अस्पताल में भर्ती इन नौनिहालों को बुखार ने अपनी झपेट में लिया हुआ है। आये दिन बुखार पीड़ित सेकड़ो बच्चे विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किये जा रहे हैं। बच्चो को दवाइयां इंजेक्शन के साथ ग्लूकोज भी चढ़ाया जा रहा है बाबजूद इसके इनका बुखार कम होने का नाम नही ले रहा है। जिसके चलते जनपद वासियो को अपने बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता सताने लगी है। उधर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सीजनल और वायरल बुखार होना बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं।


Body:VO 1 - आपको बता दें कि इन दिनों वायरल एवं बुखार का कहर जारी है।बुखार ने महिलाएं पुरुष ही नही मासूम बच्चों को भी अपनी झपेट में ले लिया है। वायरल बुखार का असर सबसे ज्यादा मासूम बच्चों पर देखा जा रहा है। यही वजह है कि सरकारी ही नही प्राइवेट अस्पताल भी बुखार पीड़ित बच्चो से भरे पड़े हैं। ईटीवी की टीम से सहारनपुर के सरकारी अस्पताल के बच्चा वार्ड का जायजा लिया तो बच्चा वार्ड बुखार पीड़ित बच्चों से भरा मिला। सभी बिस्तरों पर जनपद के नोनिहाल भर्ती किये गए। किसी को इंजेक्शन दिए जा रहे है तो किसी को ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है।

बच्चो के माता पिता की माने तो बच्चो में कई दिनों से बुखार आया हुआ है। इस बुखार के चलते बच्चो को उल्टी दस्त और पेट मे दर्द की शिकायत आ रही है। जिसके बाद मासूम बच्चो को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है। कई बच्चे तो ऐसे भी है जो इलाज के बाद स्वस्थ होने के बाद दोबारा बुखार की झपेट में आ रहे हैं। कई कई दिन से बच्चा वार्ड में भर्ती इन बच्चो का बुखार कम होने का नाम नही ले रहा है। बच्चो के अस्पताल में भर्ती होने से अभिभावको की चिंता बढ़ने लगी है।

वहीं इस बाबत जब जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसके वार्ष्णेय से बात की तो उन्होंने ईटीवी को बताया कि इन दिनों एकदम मौसम में बदलाव आने से ठंडक आई है। जिसके चलते बड़े बुजुर्ग ही नही छोटे बच्चो में बुखार और सांस की बीमारियां बढ़ने लगी है। ठंड में बुजुर्गों और बच्चो के दिमाग और सांस की नसें सिकुड़ जाती है। जिससे निमोनिया और खांसी के साथ बुखार होने लगता है। यही वजह है कि जिला अस्पताल में खांसी नजला जुखाम के मरीज ज्यादा आ रहे है। सीएमएस के मुताबिक जिले में बुखार खाफी हद तक कम हो गया है। उन्होंने बताया कि मौसमी बुखार सितंबर अक्टूबर माह में चला था जो कम हो गया है। इन दिनों जो बुखार चल रहा है वो जनरल कॉमन कोल्ड है। यह बुखार केवल सर्दी जुकाम का बुखार है। इस बुखार से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग जनपदवासियों को सलाह दे रहा है। अभिभावक अपने बच्चों को ठंड के समय रात को बाहर ना निकाले, नवजात शिशुओं, कम वजन, और कुपोषित बच्चों को उन्हें सर्दी से बचाये रखे। साथ ऐसे बच्चो का पेट भी भर कर रखें। ताकि ठंड का असर कम से कम हो पाए।


बाईट - सायरा बानो ( बच्चे की मां )
बाईट - तंजीम ( बच्ची की मां )
बाईट - फरहाना ( अभिभावक )
बाईट - डॉ एसके वार्ष्णेय ( मुख्य चिकित्सा अधीक्षक )


Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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